पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना समेत राज्य के पांच जिलों में महिलाओं के लिए विशेष पिंक बस सेवा की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने पटना स्थित एक अणे मार्ग से पिंक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पहले चरण में कुल 20 मिनी पिंक बसें चलाई गई हैं। इसमें पटना में 8, मुजफ्फरपुर में 4 तथा गया, भागलपुर, दरभंगा और पूर्णिया में 2-2 बसें शामिल हैं। दूसरे चरण में 80 और पिंक बसें सड़कों पर उतरेंगी। इसमें सफर करने का किराया 6 रुपये से 25 रुपये के बीच है। सुरक्षा के लिए पैनिक बटन, सीसीटीवी भी है जबकि हर सीट पर चार्जिंग पॉइंट की सुविधा है।
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने बताया कि यह सेवा महिलाओं को एक सुरक्षित और भरोसेमंद यात्रा का विकल्प प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना के अनुसार, इन बसों का संचालन भी पूरी तरह से महिलाओं द्वारा किया जाना है। यानी ड्राइवर और कंडक्टर दोनों महिलाएं होंगी। बिहार राज्य सड़क परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) को अब तक पर्याप्त महिला ड्राइवर नहीं मिल पाई हैं जिस कारण पहले चरण में संभावना है कि पुरुष चालक इन बसों को चलाएंगे। लेकिन भविष्य में महिला चालकों की नियुक्ति के बाद इसे पूरी तरह महिला-संचालित सेवा के रूप में विकसित किया जाएगा।
पिंक बसें खासतौर पर महिलाओं के लिए डिजाइन की गई हैं। इनमें केवल महिला एवं छात्राएं ही सफर कर सकेंगी। ये बसें शहरों के प्रमुख मार्गों पर सिटी बस सेवा के रूप में चलेंगी और इनका संचालन प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि नीतीश सरकार ने 2025 के बजट भाषण में पिंक बस सेवा शुरू करने की घोषणा की थी। यह पहल राज्य में महिलाओं की यात्रा को अधिक सुरक्षित, सुलभ और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इन बसों से महिलाओं को विशेष सुविधा मिलेगी।
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