राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार अभी तक किसी भी पुराने बुनियादी ढाँचे या किसी भी तरह की देनदारी के लिए एक भी रुपया नहीं दिया गया है। भविष्य में न तो कोई मंज़ूरी मिलने वाली है, न ही कोई टेंडर जारी होने वाले हैं। अधिकारियों को औपचारिकताओं में उलझाकर काम को टालने की कोशिश की जा रही है। न तो कोई चुनाव होने हैं, न ही कोई ठोस योजना बन रही है।
उन्होंने कहा, "दिसंबर तक हालात ऐसे हो जाएँगे कि वे कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पाएँगे, क्योंकि न तो उनके पास कोई स्पष्ट प्रबंधन नीति है और न ही कोई राजस्व आ रहा है। ऐसा लगता है कि जो लोग उन्हें सलाह दे रहे हैं, उन्हें राजस्थान और यहाँ की जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है।"
"मुख्यमंत्री को इमारतों की मरम्मत के लिए राहत कोष से राशि जारी करनी चाहिए"
कांग्रेस नेता ने झालावाड़ में हुए स्कूल हादसे को लेकर भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को जनोपयोगी भवनों की मरम्मत के लिए राहत कोष से राशि जारी करनी चाहिए। डोटासरा ने कहा कि स्कूल भवनों का निर्माण एक सतत प्रक्रिया है, लेकिन उनका समय पर रखरखाव और मरम्मत भी ज़रूरी है।
"मुख्यमंत्री को उस समय वहाँ जाना चाहिए था जब स्कूल भवन गिरा था"
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस सरकार के दौरान बनी इमारतों की जाँच की बात कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि वे इमारतें ठेकेदार की गारंटी और सुरक्षा राशि के तहत बनाई गई थीं। डोटासरा ने सवाल उठाया कि जब झालावाड़ में स्कूल भवन गिरा था, तो मुख्यमंत्री को वहाँ जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सरकार को राहत कोष से तुरंत सहायता राशि जारी करनी चाहिए थी। ताकि पीड़ितों को सहायता मिल सके।
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