भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच उदयपुर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर 7 मई को होने वाली मॉक ड्रिल को लेकर आम जनता से अपील जारी की है। जिला कलेक्टर ने अपील में कहा कि बुधवार को योजनाबद्ध तरीके से ब्लॉक आउट मॉक ड्रिल की जा रही है, जिसका उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में प्रशासनिक, आपदा राहत एवं बचाव तैयारियों को परखना है। आम जनता को किसी भी तरह से घबराने या असहज महसूस करने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल के दौरान सायरन बजते ही सभी नागरिक अपने घरों, दुकानों, संस्थानों आदि की सभी लाइटें 15 मिनट के लिए बंद कर दें। साथ ही वैकल्पिक बिजली स्त्रोत जैसे इन्वर्टर, सोलर लाइट, जनरेटर आदि को बंद कर अभ्यास में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था पर ब्लैक आउट लागू नहीं होगा। जिला कलेक्टर ने आम जनता से अफवाहों से बचने और प्रशासन के निर्देशों का शांतिपूर्वक पालन करने की अपील की है। रिहर्सल में ये होगा
उदयपुर में संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, पुलिस महानिरीक्षक राजेश मीना, जिला कलक्टर नमित मेहता, पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने शाम को अधिकारियों की बैठक भी ली। इसमें मॉक ड्रिल के दौरान आवश्यक व्यवस्थाओं, विभिन्न विभागों की भूमिका आदि पर विस्तृत चर्चा हुई।जिला कलक्टर मेहता ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान चेतावनी प्रणाली, हवाई हमले की स्थिति में बचाव एवं राहत गतिविधियों का रिहर्सल किया जाएगा। इसमें नागरिक सुरक्षा एवं अग्निशमन विभाग, होमगार्ड एवं एसडीआरएफ द्वारा खोज एवं बचाव अभियान, प्रभावित क्षेत्रों के नागरिकों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के लिए स्थापित अस्थाई अस्पतालों तक पहुंचाना आदि का रिहर्सल किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने इन गतिविधियों से संबंधित विभागों को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही शिक्षा विभाग, कॉलेज शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, नेहरू युवा केन्द्र को जन जागरूकता अभियान चलाने, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट आदि के सहयोग से नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए गए। रिहर्सल के तहत रात्रि में सायरन बजाने के साथ ब्लैक आउट का भी अभ्यास किया जाएगा। इसमें आमजन से 15 मिनट तक बिजली बंद रखने की अपील की गई है। इस दौरान पुलिस विभाग को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक एहतियाती कदम उठाने, बीएसएनएल को सायरन व हॉटलाइन व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। चिकित्सा विभाग को सभी मेडिकल छात्रों को संबंधित अस्पतालों में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश भी दिए गए।
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