जिले के लालसोट थाना क्षेत्र के मिर्जापुरा गांव में बुधवार तड़के अचानक भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया। आग की चपेट में आकर गांव के भादरा वाली ढाणी के करीब पांच परिवारों के छप्परपोश मकान जलकर खाक हो गए। हादसे में दो भैंस और तीन बकरियों के झुलसकर मरने की भी खबर है।
तड़के उठी आग की लपटेंस्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, आग सुबह करीब 4 बजे के आसपास लगी, जब अधिकांश लोग गहरी नींद में थे। अचानक आग की लपटें उठने पर ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। लोग जैसे-तैसे अपने बच्चों और खुद की जान बचाकर बाहर निकले, लेकिन तब तक कई झोपड़ियां आग की चपेट में आ चुकी थीं।
आग लगने का कारण स्पष्ट नहींआग लगने के पीछे का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है। प्रारंभिक तौर पर आशंका जताई जा रही है कि किसी झोपड़ी में जल रही आग से निकली चिंगारी या बिजली के तारों की चिंगारी से यह हादसा हुआ हो सकता है। प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुटे हैं।
दमकल नहीं पहुंच पाई समय परग्रामीणों ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग को फोन किया गया, लेकिन क्षेत्र दूरदराज होने के कारण दमकल वाहन देर से मौके पर पहुंचा। तब तक स्थानीय लोग ही बाल्टियों, बर्तनों और ट्यूबवेल के पानी से आग बुझाने की कोशिश में जुटे रहे।
भारी नुकसान, जनहानि नहींइस हादसे में मानव हानि नहीं हुई, लेकिन कई परिवारों का सारा सामान, अनाज, बर्तन, कपड़े और जरूरी दस्तावेज आग में जलकर राख हो गए। दो भैंस और तीन बकरियों के मरने से पीड़ित परिवारों को आर्थिक क्षति का भी बड़ा झटका लगा है।
प्रशासन का भरोसा और सहायता की मांगघटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय प्रशासन, पटवारी व तहसीलदार मौके पर पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता दिलवाने का आश्वासन दिया। वहीं ग्रामीणों ने सरकार से आर्थिक मुआवजा और पुनर्वास सहायता की मांग की है।
जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रियाघटना के बाद क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने भी घटना स्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया। उन्होंने जिला प्रशासन से जल्द मुआवजा जारी करने की अपील की।