एक तरफ राजस्थान में लोग बाघों के आतंक से परेशान हैं, वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में बाघों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। सवाई माधोपुर के रणथंभौर से एक और अच्छी खबर आई है। रणथंभौर के फलौदी रेंज में घूम रही बाघिन आरबीटी 2302 ने 3 शावकों को जन्म दिया है, जिसकी तीन शावकों के साथ फोटो भी सामने आई है। जानकारी के मुताबिक स्थानीय लोगों ने शावकों के जन्म की सूचना वन विभाग को दी है।
मॉनीटरिंग के लिए लगाए गए कैमरे
इसके बाद वन विभाग सतर्क हो गया। वन विभाग की ओर से बाघिन और उसके शावकों की मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है। बाघिन और उसके नन्हे शावकों की मॉनिटरिंग और ट्रैकिंग के लिए देवपुरा वन क्षेत्र में फोटो कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं। वन अधिकारियों के मुताबिक कैमरा ट्रैप के जरिए बाघिन और उसके 3 शावकों पर नजर रखी जा रही है। रणथंभौर की बाघिन आरबीटी 2302 बाघिन टी-114 नूरजहां और बाघ टी-108 जय की बेटी है। बाघिन आरबीटी 2302 करीब ढाई साल की है और पहली बार मां बनी है।
बाघिन टी-111 शक्ति ने 2 शावकों को दिया जन्म
इससे पहले रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बाघिन टी-111 शक्ति ने दो शावकों को जन्म दिया था। वह इस महीने की शुरुआत में रणथंभौर के जोन नंबर 4 के जामुन देह वन क्षेत्र में अपने दो छोटे शावकों के साथ घूमती नजर आई थी। इसके अलावा अप्रैल महीने में चार साल की युवा बाघिन आरबीटी-2313 ने फलौदी रेंज के बोदल नाका के खड़िया खाल वन क्षेत्र में दो शावकों को जन्म दिया था। छोटे शावकों के साथ बाघिन की तस्वीर वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरे में कैद हो गई है।