राजस्थान के दौसा जिले में महवा पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 1.20 करोड़ रुपए कीमत के 22 टन देसी घी की हेराफेरी के मामले को महज पांच दिन में सुलझा लिया है। यह घी मूल रूप से महवा स्थित दाऊजी मिल्क फैक्ट्री से महाराष्ट्र के अहमदनगर में डिलीवरी के लिए भेजा गया था, लेकिन इसे अवैध रूप से दोबारा बेचने की नीयत से दूसरी जगह छिपा दिया गया था।
'टैंकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया'
एसपी सागर राणा के अनुसार, मामला तब सामने आया जब टीकरी जाफरान गांव में मिल्क फूड प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर अशोक कुमार जाटव ने रिपोर्ट दी कि उनका अनुबंधित चालक संजय मालवीय 11 मई को 21.85 टन देसी घी लेकर टैंकर लेकर निकला था। जब टैंकर समय पर गंतव्य पर नहीं पहुंचा, तो चालक ने झूठा दावा किया कि टैंकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है और सारा घी हाईवे पर फैल गया है। इस गंभीर दावे के बावजूद, कोई दुर्घटना रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई और चालक, ट्रांसपोर्टर कर्मचारी रोहित और ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक योगेंद्र देव पांडे ने पुलिस या कंपनी को इसकी सूचना नहीं दी।
विशेष जांच दल का गठन
गड़बड़ी की आशंका होने पर महवा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। धोखाधड़ी की गंभीरता और पैमाने को देखते हुए जयपुर रेंज आईजी अजय पाल लांबा, एसपी सागर राणा और एडिशनल एसपी गुरुशरण राव के निर्देश पर सर्किल ऑफिसर दीपक मीना और एसएचओ राजेंद्र कुमार मीना के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया।
800 किलोमीटर लंबे हाईवे के सीसीटीवी खंगाले गए
टीम ने संदिग्धों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए रूट चार्ट, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 800 किलोमीटर से ज़्यादा सड़कों के सर्विलांस फ़ुटेज और साइबर सेल की तकनीकी सहायता का इस्तेमाल किया। कांस्टेबल भागीरथ ने खुफिया और बीटीएस डेटा एकत्र करके और सीडीआर, सीएएफ आईडी और संदिग्ध मोबाइल नंबरों का विश्लेषण करके महत्वपूर्ण भूमिका निभाई - कुल मिलाकर 100 से ज़्यादा। सावधानीपूर्वक तलाशी के बाद टीम ने अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिनमें संजय मालवीय (40) पुत्र घीसा, मूल निवासी आगर, मध्य प्रदेश, वर्तमान में इटावा में रह रहे योगेंद्र देव पांडे (55) पुत्र ओमशरण पांडे, निवासी माधवनगर, उज्जैन, मध्य प्रदेश, रोहित प्रजापत (24) पुत्र कैलाश, निवासी शादलपुर, धार, मध्य प्रदेश और पवन बघेल (27) पुत्र रामप्रकाश, निवासी बामोर, मुरैना, मध्य प्रदेश शामिल हैं।
धौलपुर में छिपाया गया था देसी घी
पूछताछ में पता चला कि चोरी किया गया घी धौलपुर स्थित ओमशंकर मिल्क फैक्ट्री में छिपाया गया था। पुलिस ने 18 टन देसी घी और 12 चक्के वाला टैंकर जब्त किया है, जिसकी कुल कीमत एक करोड़ रुपये है। आरोपी घी बेचने की फिराक में थे, तभी पुलिस ने दबिश दी। पुलिस शेष 3.85 टन देसी घी बरामद करने के लिए जांच जारी रखे हुए है। सभी आरोपियों से आगे की जानकारी और कनेक्शन के लिए पूछताछ की जा रही है।
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