हाल में ही मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने की बड़ी घोषणा करते हुए गुरुवार को बताया कि वानखेड़े स्टेडियम में शरद पवार क्रिकेट म्यूजियम बनने वाला है, जिसके प्रमुख द्वार पर पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर व पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शरद पवार की मूर्तियां लगाई जाएंगी।
गौरतलब है कि सुनील गावस्कर जिन्हें हम लिटिल मास्टर के नाम से भी जानते है वह भारत का गौरव है, चाहे वो 1983 का वर्ल्ड कप हो या कोई बड़ा टूर्नामेंट हो, वहां सुनील गावस्कर ने देश के लिए हमेशा प्रबल दावेदारी पेश की है।
वहीं दूसरी तरफ शरद पवार जिन्होंने अपने कार्यकाल मे बीसीसीआई, मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन और आईसीसी जैसे संगठनों में उच्च पदों पर काम किया है, यह उनके क्रिकेट प्रशासन में लंबे समय से निभाए गए महत्वपूर्ण और प्रभावशाली योगदान को सम्मानित करने का माध्यम है।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन अध्यक्ष ने दिया बड़ा बयानएमसीए के अध्यक्ष अंजिक्य नायक ने कहा यह म्यूजियम दिग्गज खिलाड़िओ के लिए श्रद्धांजलि को आदान प्रदान करता है और श्री शरद पवार की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता का परिचायक है। यह संग्रहालय मुंबई क्रिकेट की अद्वितीय विरासत का जीवंत इतिहास है, जो इसके समृद्ध इतिहास को संजोने और भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए समर्पित है।
भारत के महानतम क्रिकेटरों में से एक, सुनील गावस्कर की प्रतिमा उत्कृष्टता और दृढ़ संकल्प के एक सशक्त प्रतीक के रूप में कार्य करेगी। भारतीय और मुंबई क्रिकेट में उनका अमूल्य योगदान युवा क्रिकेटरों को बड़े सपने देखने और ऊँचे लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
तो वहीं, इस म्यूजियम में खुद की मूर्ति लगाने पर गावस्कर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा- मैं बेहद भावुक और बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूँ कि मेरी मातृ संस्था क्रिकेट एसोसिएशन ने वानखेड़े स्टेडियम में नए एमसीए शरद पवार क्रिकेट संग्रहालय के प्रवेश द्वार पर मेरी एक प्रतिमा लगाने का फैसला किया है। मैं मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का हमेशा आभारी रहूंगा।
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