शेयर मार्केट में पिछले कुछ दिनों की तेज़ी में बैंकिंग स्टॉक का बड़ा योगदान रहा. इस दौरान प्रायवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक के शेयर प्राइस अपने ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गए. HDFC Bank Ltd के शेयर मंगलवार को 1.70% की तेज़ी के साथ 1,960.00 रुपए के लेवल पर बंद हुए. इस दौरान इस स्टॉक ने 1,970.60 रुपए का नया ऑल टाइम हाई लेवल देखा. इसी दौरान कंपनी का मार्केट कैप 15.01 लाख करोड़ रुपए हो गया. एचडीएफसी बैंक मंगलवार को बाजार पूंजीकरण में 15 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने वाली तीसरी भारतीय कंपनी बन गई. इससे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के साथ इस स्पेसिफिक क्लब में शामिल हैं, जिनका मार्केट कैप 15 लाख करोड़ रुपए से ऊपर है.एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 15,01,289.37 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसे शेयर की कीमत में लगातार 1961.90 रुपये की बढ़ोतरी और निवेशकों की मजबूत दिलचस्पी से समर्थन मिला.मार्केट कैप के मामले में आईसीआईसीआई बैंक 10.08 लाख करोड़ रुपये और भारती एयरटेल 10.56 लाख करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर हैं. एचडीएफसी बैंक के शेयर ने भी आज के कारोबारी सत्र में 1,970.65 रुपये के 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर को छुआ, जिससे बाजार में सक्रिय भागीदारी देखी गई. शेयर की कुल कारोबार मात्रा (टीटीक्यू) 8.91 लाख शेयर रही, जिसमें 2-सप्ताह की एवरेज क्वांटिटी 4.89 लाख रही.इसके अतिरिक्त स्टॉक ने 174.37 करोड़ रुपये का कारोबार दर्ज किया, जो हेल्दी ट्रेडिंग वॉल्यूम बताता है. हाल के महीनों में बैंक के शेयरों में लगातार तेजी देखी गई है. पिछले एक साल में स्टॉक में करीब 30% की तेजी आई है. पिछले तीन महीनों में यह तेजी खास तौर पर मजबूत रही है, जिसमें 17.83% की तेजी आई है. साल-दर-साल (YTD) आधार पर भी HDFC बैंक के शेयरों में 10.07% की तेजी आई है, जो निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है. शॉर्ट टर्म में भी स्टॉक मज़बूत रहा है. एचडीएफसी बैंक के चौथी तिमाही के नतीजेएचडीएफसी बैंक ने मार्च 2024 को समाप्त चौथी तिमाही के लिए शानदार नतीजे पेश किए. भारत के सबसे बड़े निजी ऋणदाता बैंक का कर पश्चात लाभ 17,616 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6.7% अधिक है, जबकि इसकी नेट इंटेरेस्ट इनकम (एनआईआई) पिछले वर्ष की तुलना में 10.3% बढ़कर 32,070 करोड़ रुपये हो गया.तिमाही के लिए बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) कुल एसेट क्लास पर 3.54% और ब्याज अर्जित करने वाली परिसंपत्तियों के आधार पर 3.73% रहा. इनकम टैक्स रिफंड पर 700 करोड़ रुपये के ब्याज को छोड़कर कुल परिसंपत्तियों पर कोर एनआईएम 3.46% और ब्याज अर्जित करने वाली परिसंपत्तियों पर 3.65% था.
You may also like
परिवार में किसी की मृत्यु के बाद मुंडन करने की प्रथा क्यों है? 99% लोग नहीं जानते इसकी वजह ι
बिहार में कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का तबादला, कई को सौंपे गए अतिरिक्त प्रभार
फरिश्ता बनकर आएंगे मंगलदेव, चमक जाएगी इन राशियों की किस्मत. खत्म होगा दुख, मिलेगा ढेर सारा धन ι
दिल्ली कैपिटल्स की जीत के बाद ऋषभ पंत ने बताई मयंक यादव की अनुपस्थिति की वजह
'मेरी बीवी और मेरा रोज झगड़ा होता है, इस समस्या का क्या हल है?' संत ने बताया उपाय ι