बर्फीले तूफान के कारण माउंट एवरेस्ट के तिब्बती हिस्से में फंसे लगभग एक हजार लोगों को बचाने के लिए रविवार को अभियान जारी रहा. करीब 4,900 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित इस क्षेत्र में बर्फबारी के कारण रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं, जिन्हें हटाने के लिए सैकड़ों स्थानीय ग्रामीणों और बचाव दल को तैनात किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुछ पर्यटकों को पहले ही बचा लिया गया है. बर्फबारी का यह दौर शुक्रवार शाम से शुरू हुआ और तिब्बत में माउंट एवरेस्ट के पूर्वी हिस्से में और तेज हो गया. यह इलाका पर्वतारोहियों के बीच काफी लोकप्रिय है. माउंट एवरेस्ट दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है, जिसकी ऊंचाई 8,849 मीटर से अधिक है, और इसे चीन में माउंट कोमोलांगमा कहा जाता है.
नेपाल में भूस्खलन और बाढ़ में 52 लोगों की मौत
पूर्वी नेपाल में विभिन्न स्थानों पर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और बाढ़ आई, जिससे रविवार सुबह तक कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई.सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह 10 बजे से रविवार सुबह 10 बजे तक हुई मौतों में से अधिकांश 37 लोग सबसे अधिक प्रभावित कोशी प्रांत से थे जहां बाढ़, भूस्खलन, बिजली गिरने और सड़क दुर्घटनाओं के कारण मरने वालों की संख्या में वृद्धि हुई, जबकि नेपाल के सात प्रांतों में से पांच कोशी, मधेस, बागमती, गंडकी और लुम्बिनी में मानसून सक्रिय था.
नेपाल में 8 प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर
स्थानीय मीडिया ने जल विज्ञान और मौसम विज्ञान विभाग के हवाले से रविवार सुबह बताया कि शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश के कारण पूर्वी नेपाल में आठ प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई हैं. साथ ही बागमती और पूर्वी राप्ती नदियों के आसपास के क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया गया है. हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह आसमान साफ़ होने के बाद काठमांडू से घरेलू उड़ानें फिर से शुरू हो गईं. खराब मौसम के कारण शनिवार से सभी प्रांतों के लिए उड़ानें रोक दी गई थीं.
नेपाल सेना और पुलिस टीम रेस्क्यू में जुटी
नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के जवानों को विभिन्न क्षेत्रों में बचाव अभियान चलाने के लिए तैनात किया गया. इलाम जिले से एक गर्भवती महिला सहित चार लोगों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित स्थान पर लाया गया गया और धरान नगरपालिका के एक अस्पताल में ले जाया गया.
नेपाल सरकार ने रविवार को वर्षाजनित आपदाओं में मारे गए लोगों के परिजनों को तत्काल राहत के रूप में 2,00,000 नेपाली रुपये (एनआर) देने की घोषणा की. राष्ट्रीय आपदा एवं जोखिम न्यूनीकरण प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरआरएमए) के एक बयान में कहा गया है कि मृतकों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा देने के अलावा, घायलों को मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाएगा.
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