नई दिल्ली। मौत के इस मामले की दुनिया भर में चर्चा हो रही है. मामले की जांच करने वाले अधिकारियों से लेकर डॉक्टर तक का कहना है कि उन्होंने पहले कभी ऐसा मामला नहीं देखा. डॉक्टर ने कहा कि वो खुद को सदमे में महसूस कर रहे हैं. यहां एक महिला की सोफे पर पड़े पड़े मौत हो गई. फिर वहीं उसका शव सड़ता रहा. उसके माता पिता ने इस दौरान किसी को खबर नहीं होने दी. वो अपनी बेटी के साथ रहते थे. जो आम लोगों की तरह ही थी लेकिन 15 साल पहले अचानक गायब हो गई. पड़ोसियों का कहना है कि इतने साल से उसकी कोई खबर नहीं थी.
न्यूज डॉट एयू की रिपोर्ट के मुताबिक, ये शव 36 साल की लेसी फ्लेचर का था. जो सोफे पर ही गल गया. वहां पेशाब और मल भी पड़ा हुआ था. मामला अमेरिका के लुसियाना का है. 2022 में लेसी का शव मिला था. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, मामले में लेसी के माता-पिता शीला और क्ले फ्लेचर को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने हत्या के इस मामले में अपने बचाव में कोई अपील नहीं करने का फैसला लिया है. वहीं यहां जांच के लिए डॉक्टर एवेल बिखम भी पहुंचे थे. उनका कहना है कि उन्होंने अपने करियर में जितनी चीजें देखीं, ये उसमें सबसे भयानक थी. इससे वो अब भी परेशान हैं.
उनका कहना है, ‘मैंने हर प्रकार की मौत देखी है. लेकिन इस तरह की हत्या कभी नहीं देखी. मैंने कभी किसी इंसान को जीवित रहते हुए प्रताड़ित होते और फिर मरते नहीं देखा. मैंने अपने जीवन में ऐसा कभी नहीं देखा. लेसी का शव वहीं सड़ता रहा और फिर गायब होता रहा. उसका शव सोफे पर हुए उस गड्ढे में सड़ गया. वहां सीवर जैसी बदबू आ रही थी.’ अभियोजन पक्ष का कहना है कि लेसी ने 12 साल तक ये सब झेला है. उन्होंने उसके माता पिता को इसके लिए दोषी ठहराया. मौत के वक्त वो 45 किलो की थी. उसके माता पिता का कहना है कि उसे ऑटिज्म था. वो खाना नहीं खाती थी. इसी वजह से कमजोर हो गई और सोफे से उठ नहीं पाती थी. फिर यहीं उसकी मौत हो गई.
वहीं इनके पड़ोसी का कहना है कि वो सामान्य बच्चों की तरह ही थी लेकिन 15 साल पहले कहीं गायब हो गई. डॉक्टर ने बताया कि लेसी के पिता के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे. जबकि उसकी मां बैठी हुई थी, उसके चेहरे से दो तीन आंसू की बूंद टपकी. उनका कहा कि मेरे लिए यकीन करना मुश्किल है कि उसके माता पिता उसके साथ घर में रहते थे. उसके शव पर कीड़े पड़ गए थे. लेसी के माता पिता को 2022 में गिरफ्तार किया गया था. उन पर हत्या का आरोप लगा है. उन्होंने सोमवार को अपने बचाव में कुछ नहीं करने का फैसला लिया है.
You may also like
पहलगाम हमला : बुलंदशहर आईं चार पाकिस्तानी महिलाएं लौटीं अपने मुल्क
महागठबंधन के लोग आतंकियों को 'सम्मान' देने वाले : नीरज कुमार बबलू
Zeenat Aman's emotional post from the hospital: रिकवरी रूम से साझा किए दिल के जज्बात
Health Tips- इन लोगो को भूलकर भी नहीं पीनी चाहिए छाछ, जान लिजिए इसके नुकसान
Ayushman Card: जाने कौन लोग हैं आयुष्मान कार्ड के लिए पात्र और कैसे बनवा सकते हैं आप