बेरूत/यरूशलम, 20 अप्रैल . लेबनान में रविवार को हुए इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्ला का एक सदस्य मारा गया है. लेबनानी सूत्रों के अनुसार, रविवार को दक्षिणी लेबनान के कौतारियत अल सियाद में इजरायली ड्रोन ने एक गाड़ी पर हमला किया, जिसमें हिजबुल्ला का एक सदस्य मारा गया और दूसरा घायल हो गया.
लेबनान के राष्ट्रीय समाचार एजेंसी के अनुसार, ड्रोन ने कौतारियत अल सियाद की पूर्वी सड़क पर एक कार को निशाना बनाया. हमले के बाद इलाके में एंबुलेंस मौके पर पहुंची.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के आपातकालीन केंद्र ने एक व्यक्ति की मौत और एक के घायल होने की पुष्टि की है.
इस बीच, एक लेबनानी सुरक्षा सूत्र ने बताया कि मृतक हारौफ शहर का निवासी हिजबुल्ला सदस्य हुसैन नस्र था. साथ ही उसने यह भी बताया कि हमले में एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है.
हालांकि, इजरायली सेना ने बाद में हमले की जिम्मेदारी ली और नस्र को हिजबुल्ला की यूनिट 4400 का उप-प्रमुख बताया, जो हथियारों की तस्करी का काम संभालता था.
इजरायली पक्ष के अनुसार, हुसैन नस्र ईरानी एजेंटों और बेरूत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के कर्मचारियों के साथ मिलकर हथियारों और धन की तस्करी करता था. वह सीरिया-लेबनान सीमा पर खरीद-फरोख्त की देखरेख करता था और हिजबुल्ला की सैन्य ताकत बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता था.
इसके अलावा, लेबनानी सेना ने दक्षिणी लेबनान के सैदा-जहरानी इलाके में एक अपार्टमेंट पर छापा मारकर कई रॉकेट और लॉन्चिंग प्लेटफॉर्म को जब्त किया. इजरायल की ओर से यह कार्रवाई खुफिया जानकारी के आधार पर की गई. इस दौरान कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया.
27 नवंबर, 2024 से लागू युद्धविराम समझौते के बावजूद इजरायली सेना लेबनान में समय-समय पर हमले कर रही हैं. उनका दावा है कि वे हिजबुल्ला के “खतरों” को निशाना बनाते हैं.
लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, कुछ हमलों में लोग हताहत भी हुए हैं.
इजरायल ने युद्ध विराम की शर्तों के बावजूद लेबनानी सीमा पर पांच पहाड़ी क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी बनाए रखी है.
लेबनानी राष्ट्रपति जोसेफ औन ने रविवार को दोहराया कि लेबनानी सशस्त्र बलों को ही हथियार रखने और लेबनान की संप्रभुता व स्वतंत्रता की रक्षा करने का एकमात्र अधिकार होना चाहिए.
हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि हथियारों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया है, लेकिन इसके लिए उचित परिस्थितियों का इंतजार करना होगा, जो यह तय करेंगी कि इसे कैसे लागू किया जाएगा.
उन्होंने कहा, “लेबनान में किसी भी आंतरिक विवाद को बातचीत, संवाद और सुलह के माध्यम से हल किया जाना चाहिए न कि टकराव के जरिए.”
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एफएम/
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