मुंबई, 14 मई . ‘क्यों आजकल नींद कम ख्वाब ज्यादा है…’ ये गाना जैसे ही कानों में पड़ता है, नीली-नीली आंखों वाले अभिनेता शाइनी आहूजा का चेहरा सामने आ जाता है. पहली फिल्म में ही दमदार अभिनय कर सर्वश्रेष्ठ डेब्यू पुरस्कार अपने नाम करने वाले अभिनेता की एक गलती ने उनके करियर पर न केवल ब्रेक लगाया बल्कि गुमनामी के अंधेरे में धकेल दिया. 15 मई को आहूजा का 50वां जन्मदिन है.
‘वो लम्हे’, ‘लाइफ इन ए.. मेट्रो’, ‘भूल भुलैया’, ‘गैंगस्टर’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय कला से दर्शकों के बीच खास जगह बनाने वाले शाइनी आहूजा की एक गलती ने ऐसा ग्रहण लगाया कि वह लगभग सात साल जेल में भी रहे.
शाइनी आहूजा ने साल 2003 में रिलीज हुई फिल्म ‘हजारों ख्वाहिशें ऐसी’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखा था. फिल्म का निर्देशन और निर्माण सुधीर मिश्रा ने किया था. फिल्म में शाइनी के साथ चित्रांगदा सिंह, केके मेनन, सौरभ शुक्ला, राम कपूर समेत अन्य सितारे अहम भूमिकाओं में हैं. पहली ही फिल्म के लिए अभिनेता को बेस्ट डेब्यू का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला.
उनकी आवाज, रूप-रंग के साथ ही अभिनय को भी दर्शकों का अच्छा खासा प्यार मिला. शानदार शुरुआत करने वाले अभिनेता की कई फिल्में आईं और वह सीढ़ी-दर-सीढ़ी सफलता पाने में कामयाब रहे. आहूजा, महेश भट्ट की ‘गैंगस्टर’ में कंगना रनौत के साथ मुख्य भूमिका में नजर आए. इसके बाद ‘लाइफ इन ए मेट्रो’, ‘भूलभूल भुलैया’ समेत कई फिल्मों में अपने अभिनय के जादू को बरकरार रखा. हालांकि, उनका स्टारडम ज्यादा दिन तक न चल सका.
शाइनी के करियर पर ब्रेक लगने के साथ ही बदनामी का दाग लगा. साल 2009 में उन पर नौकरानी से रेप का आरोप लगा. इस मामले में वो दोषी करार दिए गए और उन्हें सात साल की सजा भी हुई.
शाइनी से जुड़ा रेप केस खूब सुर्खियों में रहा. हालांकि इस केस में कुछ ड्रामा भी देखने को मिला. रेप पीड़िता ने कोर्ट में गवाही दी कि उनके साथ कभी रेप नहीं हुआ था. गवाही को देखते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने साल 2011 में अभिनेता को जमानत पर रिहा कर दिया. बाद में जांच-पड़ताल में वह रेप के दोषी पाए गए. साल 2011 में ही उन्हें 7 साल की सजा सुनाई गई.
शाइनी आहूजा की स्क्रीन पर 2015 में फिर देखा गया. फिल्म ‘वेलकम बैक’ थी. क्राइम कॉमेडी का निर्देशन अनीस बज्मी ने किया. इसमें शाइनी के साथ नाना पाटेकर, जॉन अब्राहम, अनिल कपूर, श्रुति हासन मुख्य भूमिकाओं में थे.
जानकारी के अनुसार अभिनेता अब लाइमलाइट से दूर गुमनामी की जिंदगी बिता रहे हैं.
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एमटी/केआर
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