आज यानी 12 मई 2025 को अमेरिका और चीन ने आपसी व्यापार तनाव को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता किया, जिसके तहत दोनों देशों ने एक-दूसरे पर लगाए गए टैरिफ में 115 प्रतिशत अंकों की कटौती की है। यह समझौता जिनेवा में हुई वार्ताओं के बाद हुआ, जिसमें अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट और चीनी प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस समझौते के तहत, अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर टैरिफ को 145% से घटाकर 30% कर दिया है, जबकि चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ को 125% से घटाकर 10% कर दिया है। यह कटौती 90 दिनों के लिए लागू होगी, जिससे दोनों देशों को स्थायी व्यापार समझौते पर बातचीत करने का अवसर मिलेगा।
इस निर्णय के बाद वैश्विक वित्तीय बाजारों में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी गई। अमेरिकी स्टॉक इंडेक्स S&P 500 और नैस्डैक फ्यूचर्स में 3.5% तक की वृद्धि हुई, जबकि डॉलर की मजबूती और 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड्स में भी वृद्धि दर्ज की गई। इस सकारात्मक माहौल का प्रभाव भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा, जहां बीएसई सेंसेक्स में 2,600 अंकों की वृद्धि हुई, और निफ्टी 50 ने 24,500 का स्तर पार किया।
अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने ऐलान किया कि चीन के साथ इस बात पर सहमति बनी है कि 90 दिनों तक टैरिफ में 115 फीसदी की कटौती की जाए। उन्होंने कहा कि अमेरिका और चीन इस आम सहमति पर पहुंच गए हैं जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध को कम करना और आगे की बातचीत के लिए रास्ता खोलना है। टैरिफ रेट में कटौती हो गई है लेकिन अभी यह नहीं पता चला है कि दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य परिणाम क्या है या इसे हासिल करने में कितना समय लगेगा। हालांकि ज्वाइंट स्टेटमेंट में यह एक मैकेनिज्म बनाने का ऐलान हुआ है जिसके तहत आर्थिक और कारोबारी संबंध को लेकर चर्चा जारी रहेगा।
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