आजकल त्वचा से जुड़ी समस्याएं जैसे कि खुजली, लालिमा, पपड़ी जमना और जलन बहुत आम हो गई हैं। इन्हें अक्सर हम साधारण एलर्जी या रूखेपन के कारण समझ लेते हैं, लेकिन ये लक्षण कभी-कभी फंगल इंफेक्शन (ख़मीर संक्रमण) का संकेत भी हो सकते हैं।
त्वचा की देखभाल में देरी या गलत उपचार से यह समस्या और गंभीर हो सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि हम त्वचा की इन परेशानियों को समझें और सही इलाज करवाएं।
फंगल इंफेक्शन क्या होता है?
फंगल इंफेक्शन त्वचा पर होने वाला एक प्रकार का संक्रमण है, जो फंगस (ख़मीर, कवक) के कारण होता है। यह संक्रमण नमी, गर्मी और उचित सफाई की कमी के कारण तेजी से फैलता है।
खुजली और पपड़ी जमने के कारण
1. फंगल इंफेक्शन
तिनिया, दाद, या कैंडिडा जैसी त्वचा की फंगल बीमारियां खुजली, लाल चकत्ते, पपड़ी और छालों के रूप में प्रकट होती हैं।
ये आमतौर पर शरीर के उन हिस्सों में होती हैं जहाँ नमी अधिक होती है जैसे गर्दन, कोहनी के पीछे, पैरों के बीच।
2. एलर्जी और संवेदनशीलता
कई बार किसी नए साबुन, लोशन या डिटर्जेंट से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर खुजली और पपड़ी बन जाती है।
3. सूखी त्वचा
सर्दी या अत्यधिक गर्मी में त्वचा रूखी हो जाती है, जिससे खुजली और पपड़ी बनने लगती है।
4. स्किन केयर प्रोडक्ट का गलत इस्तेमाल
अत्यधिक केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का प्रयोग त्वचा को नुकसान पहुंचाकर खुजली करवा सकता है।
एक्सपर्ट क्या कहते हैं?
त्वचा विशेषज्ञ, कहती हैं:
“फंगल संक्रमण की पहचान के लिए त्वचा पर दिखने वाले दाने, खुजली की तीव्रता और पपड़ी की प्रकृति को समझना जरूरी है। यदि ये लक्षण ज्यादा दिनों तक बने रहें या बढ़ते जाएं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।”
फंगल इंफेक्शन का इलाज कैसे करें?
एंटीफंगल क्रीम/लॉशन का इस्तेमाल: डॉक्टर की सलाह से एंटीफंगल दवाइयां लगाना जरूरी है।
त्वचा को सूखा और साफ रखें: नमी को कम करें क्योंकि फंगस नमी में पनपते हैं।
स्वच्छता का ध्यान रखें: रोजाना स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
एलर्जी से बचें: नए प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते समय पैच टेस्ट जरूर करें।
डॉक्टर की सलाह पर दवाइयां लें: कभी-कभी मौखिक एंटीफंगल दवाइयों की जरूरत भी पड़ सकती है।
घर पर अपनाएं ये उपाय
एलोवेरा जेल लगाने से खुजली और जलन में आराम मिलता है।
नारियल तेल फंगल संक्रमण में फायदेमंद माना जाता है।
हल्दी का लेप लगाने से भी त्वचा संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है।
कब डॉक्टर से मिलें?
खुजली और पपड़ी लगातार बने रहें और बढ़ती जाएं
त्वचा में फफोले या छाले बनने लगें
संक्रमण फैलने लगे या दर्द हो
शरीर के अन्य हिस्सों में भी समस्या फैलने लगे
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