शिमला : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के एक सरकारी स्कूल के टीचर की करतूत सुन आप भी हैरान हो जाएंगे। ये सरकारी टीचर रोज शराब पीकर बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल आता था। बार-बार उसे लोकल लोगों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। अब इस सरकारी जेबीटी टीचर को निलंबित कर दिया गया है। दरअसल जब एसडीएम इस स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे तो टीचर शराब के नशे में मिला। जिसके बाद उसे स्कूल से निलंबित कर दिय गया। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि निलंबन आदेश स्कूल शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किया गया।
नशेड़ी टीचर की वजह बच्चे दूसरे स्कूलों में चले गए
जानकारी के अनुसार शिक्षक हिट्टू मच्छन कथित तौर पर लगभग एक महीने से शराब पीकर स्कूल आता था और इस वजह से बच्चे दूसरे स्कूलों में चले गए। ग्रामीणों ने एसडीएम से शिकायत की, जिसके बाद निरीक्षण किया गया। रोहड़ू के एसडीएम ने शुक्रवार को स्कूल का दौरा किया और उन्हें वह शिक्षक नशे की हालत में मिला। अधिकारियों ने बताया कि शिक्षक को मेडिकल जांच के लिए रोहड़ू के सिविल अस्पताल ले जाया गया और उसके रक्त का नमूना शिमला शहर के उपनगरीय क्षेत्र जुन्गा स्थित राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा गया है।
मजबूरी में बच्चों को भेजा पड़ा दूसरे स्कूल
बच्चों के परिजनों ने बताया कि ये टीचर रोज शराब पीकर स्कूल पहुंचता था। बच्चों इसकी हरकतों से काफी परेशान था। ये टीचर बच्चों को पढ़ाता भी नहीं था। इस वजह से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही थी। इस स्कूल के काफी बच्चे इस टीचर से परेशान होकर दूसरे स्कलों में शिफ्ट हो गए। अभिभावकों का कहना है कि मजबूरी में उन्हें ये फैसला लेना पड़ा था।
नशेड़ी टीचर की वजह बच्चे दूसरे स्कूलों में चले गए
जानकारी के अनुसार शिक्षक हिट्टू मच्छन कथित तौर पर लगभग एक महीने से शराब पीकर स्कूल आता था और इस वजह से बच्चे दूसरे स्कूलों में चले गए। ग्रामीणों ने एसडीएम से शिकायत की, जिसके बाद निरीक्षण किया गया। रोहड़ू के एसडीएम ने शुक्रवार को स्कूल का दौरा किया और उन्हें वह शिक्षक नशे की हालत में मिला। अधिकारियों ने बताया कि शिक्षक को मेडिकल जांच के लिए रोहड़ू के सिविल अस्पताल ले जाया गया और उसके रक्त का नमूना शिमला शहर के उपनगरीय क्षेत्र जुन्गा स्थित राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा गया है।
मजबूरी में बच्चों को भेजा पड़ा दूसरे स्कूल
बच्चों के परिजनों ने बताया कि ये टीचर रोज शराब पीकर स्कूल पहुंचता था। बच्चों इसकी हरकतों से काफी परेशान था। ये टीचर बच्चों को पढ़ाता भी नहीं था। इस वजह से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही थी। इस स्कूल के काफी बच्चे इस टीचर से परेशान होकर दूसरे स्कलों में शिफ्ट हो गए। अभिभावकों का कहना है कि मजबूरी में उन्हें ये फैसला लेना पड़ा था।
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