संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले वर्ष हुई हिंसा के मामले में ‘मुख्य साजिशकर्ता’ शारिक साटा के खिलाफ जल्द ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाएगा। संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि पिछले साल यहां हुई हिंसा में शारिक साटा नाम का व्यक्ति मुख्य षड्यंत्रकारी के रूप में उभर कर आया, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। उसके खिलाफ जल्द ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाएगा।
संभ एसपी बिश्नोई ने बताया कि मुख्य आरोपी शारिक साटा ने अपने साथियों के साथ मिलकर पिछले साल संभल में हुई हिंसा की योजना बनाई थी। संभल में यह हिंसा पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के दूसरे सर्वेक्षण के बाद हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। एसपी ने कहा कि साटा देश छोड़कर भाग गया था और तब से ही फरार है। पुलिस के कई छापों के बावजूद उसका पता नहीं चल सका, जिसके बाद उसके आवास पर एक नोटिस चिपका दिया गया। बिश्नोई ने बताया कि उसके खिलाफ पहले ही लुकआउट सर्कुलर जारी किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और इंटरपोल सहित विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय के बाद शारिक साटा की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार, साटा विदेश से अपनी गतिविधियां संचालित करते हुए एनसीआर और उत्तर प्रदेश में वाहन चोरी सहित कई संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। उसके खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह लगभग तीन दशकों से अंडरवर्ल्ड में सक्रिय है।
गिरोहबंद अधिनियम की धारा 15 के तहत अधिकारियों ने साटा की दो करोड़ रुपये से ज़्यादा की संपत्ति जब्त कर ली है। पुलिस आपराधिक गतिविधियों के जरिए उसकी अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों की भी जांच कर रही है। बिश्नोई ने कहा कि पुलिस कई एजेंसियों के साथ मिलकर आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने की पूरी कोशिश कर रही है।
संभ एसपी बिश्नोई ने बताया कि मुख्य आरोपी शारिक साटा ने अपने साथियों के साथ मिलकर पिछले साल संभल में हुई हिंसा की योजना बनाई थी। संभल में यह हिंसा पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के दूसरे सर्वेक्षण के बाद हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। एसपी ने कहा कि साटा देश छोड़कर भाग गया था और तब से ही फरार है। पुलिस के कई छापों के बावजूद उसका पता नहीं चल सका, जिसके बाद उसके आवास पर एक नोटिस चिपका दिया गया। बिश्नोई ने बताया कि उसके खिलाफ पहले ही लुकआउट सर्कुलर जारी किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और इंटरपोल सहित विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय के बाद शारिक साटा की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार, साटा विदेश से अपनी गतिविधियां संचालित करते हुए एनसीआर और उत्तर प्रदेश में वाहन चोरी सहित कई संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। उसके खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह लगभग तीन दशकों से अंडरवर्ल्ड में सक्रिय है।
गिरोहबंद अधिनियम की धारा 15 के तहत अधिकारियों ने साटा की दो करोड़ रुपये से ज़्यादा की संपत्ति जब्त कर ली है। पुलिस आपराधिक गतिविधियों के जरिए उसकी अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों की भी जांच कर रही है। बिश्नोई ने कहा कि पुलिस कई एजेंसियों के साथ मिलकर आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने की पूरी कोशिश कर रही है।
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