नई दिल्ली: 14 साल बाद दिल्ली एक बार फिर दहल उठी। सोमवार शाम को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए शक्तिशाली धमाके में अब तक 12 लोगों की मौत हुई है, 24 लोग घायल हैं। राष्ट्रीय राजधानी में जिस तरह से ये ब्लास्ट हुआ उससे हड़कंप मच गया है। दिल्ली पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय जांच एजेंसियां हर एंगल से जांच में जुटी हैं। लाल किले के पास कार ब्लास्ट में सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर दिल्ली के इस बेहद भीड़भाड़ वाले इलाके तक कार पहुंची कैसे। इसे लेकर चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं।
दिल्ली में एंट्री के बाद कब-कब नजर आई कार
जांच एजेंसियों की पड़ताल और सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि ब्लास्ट वाली कार सोमवार सुबह 8 बजे के करीब दिल्ली में एंटर हुई। फिर बदरपुर होते हुए कैसे और कब लाल किले तक पहुंची। ब्लास्ट से पहले कार कहां देखी गई, इसकी पूरी डिटेल्स इस प्रकार है।
सुबह 8:04 बजे: बदरपुर टोल बूथ से दिल्ली में दाखिल हुई कार
सुबह 8:20 बजे: कार ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के पास पेट्रोल पंप पर आई नजर
दोपहर 3:19 बजे: कार लाल किले से सटे पार्किंग क्षेत्र में दाखिल हुई
शाम 6:22 बजे: लाल किले से सटे पार्किंग क्षेत्र से बाहर निकली कार
शाम 6:52 बजे: लाल किले के पास कार में हुआ ब्लास्ट
ब्लास्ट के बाद कार को लेकर चौंकाने वाले खुलासे
इससे पहले पुलिस ने जिस हुंडई आई20 कार में ब्लास्ट हुआ, उसके मालिकाना हक की पूरी चेन का पता लगाया है। ये कई बार कार ट्रांसफर हुई और आखिरकार यह मुख्य संदिग्ध डॉ. उमर मोहम्मद तक पहुंची। धमाके में इस्तेमाल की गई हुंडई आई-20 कार फरीदाबाद के सेक्टर-37 स्थित एक सेकेंड-हैंड कार डीलर से खरीदी गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हुंडई आई-20 कार शुरू में मोहम्मद सलमान के पास थी, जिसे सोमवार रात गिरफ्तार किया गया था।
कार के मालिकाना हक की पूरी चेन आई सामने
इस कार को पहले नदीम को बेचा गया, फिर फरीदाबाद के एक सेकेंड-हैंड कार डीलर को। बाद में यह गाड़ी आमिर ने खरीदी, उसके बाद तारिक ने, जिस पर भी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने का संदेह है। इसके बाद मोहम्मद उमर ने इसे खरीद लिया था। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियां आमिर और तारिक दोनों के बारे में और पुख्ता जानकारी जुटा रही है। इस कार ब्लास्ट को लेकर यूएपीए की धारा 16 और 18 के साथ-साथ विस्फोटक अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लालकिले से सटे पार्किंग एरिया में खड़ी थी कार
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद यह सामने आया कि सफेद आई-20 कार दोपहर लगभग 3.19 बजे लाल किला पार्किंग क्षेत्र के पास खड़ी थी और लगभग तीन घंटे तक वहीं रही। उसके बाद शाम लगभग 6.48 बजे पार्किंग से बाहर निकली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कार को उस समय पार्किंग क्षेत्र से निकलते देखा गया जब आसपास भारी भीड़ थी।
कार को पार्किंग में कौन लाया, एजेंसियां कर रहीं जांच
आसपास के अन्य सीसीटीवी की बारीकी से जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कार को पार्किंग क्षेत्र में कौन लाया, कार में कौन आया या बाहर निकला और बाद में उसे कौन चलाकर ले गया। जांच टीमें पूरे रूट का भी पता लगाने में जुटी हैं, जैसे वह कहां से आया, वह लाल किला पार्किंग तक कैसे पहुंचा और बाद में स्मारक के ठीक सामने स्थित ट्रैफिक सिग्नल की ओर कैसे बढ़ा?
दिल्ली में एंट्री के बाद कब-कब नजर आई कार
जांच एजेंसियों की पड़ताल और सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि ब्लास्ट वाली कार सोमवार सुबह 8 बजे के करीब दिल्ली में एंटर हुई। फिर बदरपुर होते हुए कैसे और कब लाल किले तक पहुंची। ब्लास्ट से पहले कार कहां देखी गई, इसकी पूरी डिटेल्स इस प्रकार है।
सुबह 8:04 बजे: बदरपुर टोल बूथ से दिल्ली में दाखिल हुई कार
सुबह 8:20 बजे: कार ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के पास पेट्रोल पंप पर आई नजर
दोपहर 3:19 बजे: कार लाल किले से सटे पार्किंग क्षेत्र में दाखिल हुई
शाम 6:22 बजे: लाल किले से सटे पार्किंग क्षेत्र से बाहर निकली कार
शाम 6:52 बजे: लाल किले के पास कार में हुआ ब्लास्ट
ब्लास्ट के बाद कार को लेकर चौंकाने वाले खुलासे
इससे पहले पुलिस ने जिस हुंडई आई20 कार में ब्लास्ट हुआ, उसके मालिकाना हक की पूरी चेन का पता लगाया है। ये कई बार कार ट्रांसफर हुई और आखिरकार यह मुख्य संदिग्ध डॉ. उमर मोहम्मद तक पहुंची। धमाके में इस्तेमाल की गई हुंडई आई-20 कार फरीदाबाद के सेक्टर-37 स्थित एक सेकेंड-हैंड कार डीलर से खरीदी गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हुंडई आई-20 कार शुरू में मोहम्मद सलमान के पास थी, जिसे सोमवार रात गिरफ्तार किया गया था।
कार के मालिकाना हक की पूरी चेन आई सामने
इस कार को पहले नदीम को बेचा गया, फिर फरीदाबाद के एक सेकेंड-हैंड कार डीलर को। बाद में यह गाड़ी आमिर ने खरीदी, उसके बाद तारिक ने, जिस पर भी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने का संदेह है। इसके बाद मोहम्मद उमर ने इसे खरीद लिया था। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियां आमिर और तारिक दोनों के बारे में और पुख्ता जानकारी जुटा रही है। इस कार ब्लास्ट को लेकर यूएपीए की धारा 16 और 18 के साथ-साथ विस्फोटक अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लालकिले से सटे पार्किंग एरिया में खड़ी थी कार
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद यह सामने आया कि सफेद आई-20 कार दोपहर लगभग 3.19 बजे लाल किला पार्किंग क्षेत्र के पास खड़ी थी और लगभग तीन घंटे तक वहीं रही। उसके बाद शाम लगभग 6.48 बजे पार्किंग से बाहर निकली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कार को उस समय पार्किंग क्षेत्र से निकलते देखा गया जब आसपास भारी भीड़ थी।
कार को पार्किंग में कौन लाया, एजेंसियां कर रहीं जांच
आसपास के अन्य सीसीटीवी की बारीकी से जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कार को पार्किंग क्षेत्र में कौन लाया, कार में कौन आया या बाहर निकला और बाद में उसे कौन चलाकर ले गया। जांच टीमें पूरे रूट का भी पता लगाने में जुटी हैं, जैसे वह कहां से आया, वह लाल किला पार्किंग तक कैसे पहुंचा और बाद में स्मारक के ठीक सामने स्थित ट्रैफिक सिग्नल की ओर कैसे बढ़ा?
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