अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की जिस बेशकीमती जमीन पर जहां कभी माफियाओं के गैंग का अड्डा था, आज वहां 72 गरीब परिवारों के सपनों का घर बस गया है। मंगलवार को लॉटरी में नाम आने के बाद बुधवार को एक भव्य आयोजन के जरिए लाभार्थियों को आशियाने (फ्लैट) की चाबी सौंप दी गई है। यह फ्लैट जिस जमीन पर बने हैं, वो बेशकीमती है। जिसकी आने वाले समय में एक करोड़ रुपये कीमत होने की संभावना है। वहीं, कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि इस प्राइम लोकेशन पर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने 10.70 लाख में फ्लैट दिए हैं, लेकिन इसकी कीमत बाजार में करीब 1 करोड़ रुपये है।
दरअसल लखनऊ के डालीबाग में माफिया मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे से खाली कराई गई लगभग 2,322 वर्गमीटर जमीन पर एलडीए ने सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना लॉन्च कर दी है। मंगलवार को लॉटरी प्रक्रिया भी सकुशल पूरी हो गई थी। इस योजना में ग्राउंड प्लस थ्री स्ट्रक्चर के 3 ब्लॉक में 36.65 वर्गमीटर क्षेत्रफल के कुल 72 फ्लैट बनाए गए हैं। यहीं नहीं, यह योजना कई मायनों में खास है, क्योंकि इसकी लोकेशन भी बिल्कुल प्राइम है। 20 मीटर चौड़ी बंधा रोड पर स्थित इस योजना से बालू अड्डा, 1090 चौराहा, नरही, सिकन्दरबाग एवं हजरतगंज चौराहा महज पांच से 10 मिनट की दूरी पर है।
ईडब्ल्यूएस श्रेणी के इन भवनों की कीमत 10.70 लाख रुपये रखी गई थी। योजना में साफ जल, बिजली, सुरक्षा व्यवस्था और दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। यहां पर बाह्य विकास कार्य जैसे रोड और पार्क का निर्माण भी किया है। यह योजना 8 करोड़ रुपये की लागत में तैयार की गई है। वहीं, लॉटरी में नाम आने के बाद लाभार्थी भावुक भी हो गए। एक लाभार्थी ने कहा कि हम सालों से लखनऊ में किराए के मकान में रहकर रोजी-रोटी कमा रहे हैं, लेकिन अपना आवास नहीं बना पाए थे। आज सीएम योगी की वजह से उनको अपना घर मिला है। लाभार्थी शिखा अग्रवाल ने बताया कि इतनी प्राइम लोकेशन पर घर मिला है, ये सपना पूरा होने जैसा है।
वहीं, ये फ्लैट अपनी प्राइम लोकेशन के कारण आने वाले समय में इनकी कीमत करोड़ों में हो सकती है। हालांकि, अभी लाभार्थियों को सिर्फ 10.70 लाख रुपये में फ़्लैट मिला है। बताते चलें कि सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना के भवनों के लिए 4 अक्टूबर से ऑनलाइन पंजीकरण खोला गया था, जोकि 3 नवम्बर तक खुला था। इस दौरान इच्छुक लोगों ने एलडीए की वेबसाइट के माध्यम से भवनों के लिए पंजीकरण किया था। इसके लिए भवन के अनुमानित मूल्य की 5 प्रतिशत धनराशि बतौर पंजीकरण शुल्क जमा करनी थी, जोकि आरक्षित वर्ग के लिए 2.5 प्रतिशत थी। इसमें 8000 आवेदनों में 5700 आवदेन योग्य लोगों के थे। इसमें से 72 को पहले आवंटन मिला है।
सीएम योगी ने सभी 72 लाभार्थियों को आवास की सुविधा मिलने पर उन्हें और उनके परिवारों को बधाई देते हुए कहा कि इन लोगों को अब अपना सिर उठाकर सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर मिला है। यह प्रधानमंत्री आवास योजना से कवर होगा तो यह और सस्ता व लाभकारी होगा। उन्होंने कहा कि आज लखनऊ में कितना सुंदर वातावरण बना है, कितने अच्छे पार्क विकसित हो चुके हैं। सरकार चाहती है कि हर नागरिक खुशहाली से अपना जीवन व्यतीत करे और प्रदेश के विकास में भागीदार बने। सीएम योगी ने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है, अब यह अभियान पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर चलाया जाएगा, ताकि हर गरीब, हर जरूरतमंद को उसका सम्मानजनक आवास मिल सके।
दरअसल लखनऊ के डालीबाग में माफिया मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे से खाली कराई गई लगभग 2,322 वर्गमीटर जमीन पर एलडीए ने सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना लॉन्च कर दी है। मंगलवार को लॉटरी प्रक्रिया भी सकुशल पूरी हो गई थी। इस योजना में ग्राउंड प्लस थ्री स्ट्रक्चर के 3 ब्लॉक में 36.65 वर्गमीटर क्षेत्रफल के कुल 72 फ्लैट बनाए गए हैं। यहीं नहीं, यह योजना कई मायनों में खास है, क्योंकि इसकी लोकेशन भी बिल्कुल प्राइम है। 20 मीटर चौड़ी बंधा रोड पर स्थित इस योजना से बालू अड्डा, 1090 चौराहा, नरही, सिकन्दरबाग एवं हजरतगंज चौराहा महज पांच से 10 मिनट की दूरी पर है।
ईडब्ल्यूएस श्रेणी के इन भवनों की कीमत 10.70 लाख रुपये रखी गई थी। योजना में साफ जल, बिजली, सुरक्षा व्यवस्था और दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। यहां पर बाह्य विकास कार्य जैसे रोड और पार्क का निर्माण भी किया है। यह योजना 8 करोड़ रुपये की लागत में तैयार की गई है। वहीं, लॉटरी में नाम आने के बाद लाभार्थी भावुक भी हो गए। एक लाभार्थी ने कहा कि हम सालों से लखनऊ में किराए के मकान में रहकर रोजी-रोटी कमा रहे हैं, लेकिन अपना आवास नहीं बना पाए थे। आज सीएम योगी की वजह से उनको अपना घर मिला है। लाभार्थी शिखा अग्रवाल ने बताया कि इतनी प्राइम लोकेशन पर घर मिला है, ये सपना पूरा होने जैसा है।
वहीं, ये फ्लैट अपनी प्राइम लोकेशन के कारण आने वाले समय में इनकी कीमत करोड़ों में हो सकती है। हालांकि, अभी लाभार्थियों को सिर्फ 10.70 लाख रुपये में फ़्लैट मिला है। बताते चलें कि सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना के भवनों के लिए 4 अक्टूबर से ऑनलाइन पंजीकरण खोला गया था, जोकि 3 नवम्बर तक खुला था। इस दौरान इच्छुक लोगों ने एलडीए की वेबसाइट के माध्यम से भवनों के लिए पंजीकरण किया था। इसके लिए भवन के अनुमानित मूल्य की 5 प्रतिशत धनराशि बतौर पंजीकरण शुल्क जमा करनी थी, जोकि आरक्षित वर्ग के लिए 2.5 प्रतिशत थी। इसमें 8000 आवेदनों में 5700 आवदेन योग्य लोगों के थे। इसमें से 72 को पहले आवंटन मिला है।
सीएम योगी ने सभी 72 लाभार्थियों को आवास की सुविधा मिलने पर उन्हें और उनके परिवारों को बधाई देते हुए कहा कि इन लोगों को अब अपना सिर उठाकर सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर मिला है। यह प्रधानमंत्री आवास योजना से कवर होगा तो यह और सस्ता व लाभकारी होगा। उन्होंने कहा कि आज लखनऊ में कितना सुंदर वातावरण बना है, कितने अच्छे पार्क विकसित हो चुके हैं। सरकार चाहती है कि हर नागरिक खुशहाली से अपना जीवन व्यतीत करे और प्रदेश के विकास में भागीदार बने। सीएम योगी ने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है, अब यह अभियान पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर चलाया जाएगा, ताकि हर गरीब, हर जरूरतमंद को उसका सम्मानजनक आवास मिल सके।
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