रामबाबू मित्तल, मेरठ: मेरठ पहुंचे प्रसिद्ध कथा वाचक चिन्मयानंद बापू ने शनिवार को अपने बेबाक और तीखे बयानों से राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य दोनों पर करारा हमला बोला। बापू ने कहा कि जो व्यक्ति हिंदू घर में जन्मा है, उसे हिंदू धर्म की परंपराओं, संस्कृति और त्योहारों का सम्मान करना चाहिए। अगर किसी को हिंदू धर्म से इतनी आपत्ति है, तो उसे खुलकर मुस्लिम धर्म अपना लेना चाहिए, किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर भी तीखा हमला किया। देवी लक्ष्मी पर मौर्य की विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मौर्य मनुष्य के रूप में असुर है।
वोट बैंक के लिए धर्म का अपमान उचित नहीं- चिन्मयानंद बापू
चिन्मयानंद बापू ने अखिलेश यादव के हालिया दीपावली के दीप वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे बयान देने वाले लोग केवल वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा वोट बैंक के लिए लोग इस कदर नीचे गिर जाते हैं कि अपने ही धर्म का अपमान करने से भी नहीं चूकते। अगर सत्ता पाने के लिए किसी को अपने धर्म का अपमान करना पड़े, तो ऐसी सत्ता पर लानत है। बापू ने आगे कहा कि अखिलेश यादव को समझना चाहिए कि वे एक हिंदू घर में जन्मे हैं। अगर वे हिंदू हैं तो हिंदू धर्म का पालन करें और सभी हिंदू त्योहारों का आदर करें। लेकिन अगर उन्हें मुस्लिम समुदाय का समर्थन ही प्रिय है, तो खुलकर मुस्लिम धर्म स्वीकार कर लें इससे हमें कोई आपत्ति नहीं होगी।
'स्वामी प्रसाद मौर्य असुर प्रवृत्ति का व्यक्ति है'
मीडिया से बातचीत के दौरान बापू ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर भी तीखा हमला किया। देवी लक्ष्मी पर मौर्य की विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मौर्य मनुष्य के रूप में असुर है। वो मानव नहीं, मानव के रूप में असुर दिखाई देता है। सत्ता पाने की भूख में वह किसी भी सीमा तक गिर सकता है। अपने परिवार, धर्म, देश, यहाँ तक कि अपनी बेटियों का भी अपमान करने से नहीं चूकेगा अगर उसे इससे राजनीतिक लाभ मिलता हो। उन्होंने यह कहा कि जनता अब सब समझ चुकी है। ऐसे लोग सत्ता पाने का सपना देखते रह जाएंगे, लेकिन जनता अब उन्हें अपमानित करके सत्तारूढ़ राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाएगी।
माघ मेले में मुस्लिम दुकानदारों पर भी दिया बयान
प्रयागराज के माघ मेले में मुस्लिम दुकानदारों की मौजूदगी पर उठे विवाद को लेकर चिन्मयानंद बापू ने कहा कि धार्मिक आयोजनों में केवल उसी धर्म के लोगों को शामिल होने की अनुमति मिलनी चाहिए, जो उस परंपरा और उसकी पवित्रता का सम्मान करें। उन्होंने कहा मुस्लिम भाइयों के अपने उर्स और मजहबी आयोजन होते हैं। क्या किसी हिंदू ने कभी कहा कि वह वहां दुकान लगाएगा या स्टॉल लगाएगा? नहीं।
फिर हमारे धार्मिक आयोजनों में दूसरे धर्म के लोग दुकान लगाएं, यह उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई अपने धर्म और अपने नाम से व्यवसाय करता है तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होती। लेकिन जब लोग कपटपूर्वक हिंदू नाम रखकर दुकानें चलाते हैं, तो विरोध होना स्वाभाविक है। हमारे धार्मिक मेले और आयोजन हमारी संस्कृति और आस्था का प्रतीक हैं। अगर किसी को इस पवित्रता का आदर नहीं है, तो उसे वहां व्यापार करने का अधिकार भी नहीं होना चाहिए।
राजनीतिक हलचल तेज
चिन्मयानंद बापू के इन बयानों के बाद मेरठ से लेकर लखनऊ तक सियासी हलचल तेज हो गई है। बापू के समर्थक जहां उनके वक्तव्य को हिंदू समाज की भावनाओं का प्रतिनिधित्व बता रहे हैं, वहीं विपक्षी दलों ने इसे धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिश करार दिया है। बहरहाल, बापू ने यह साफ कर दिया कि धर्म, आस्था और राष्ट्रभक्ति उनके लिए राजनीति से ऊपर है। उन्होंने कहा हम संत हैं, हमें न सत्ता चाहिए न सिंहासन। लेकिन जब धर्म पर चोट की जाती है, तो मौन रहना भी पाप है।
वोट बैंक के लिए धर्म का अपमान उचित नहीं- चिन्मयानंद बापू
चिन्मयानंद बापू ने अखिलेश यादव के हालिया दीपावली के दीप वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे बयान देने वाले लोग केवल वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा वोट बैंक के लिए लोग इस कदर नीचे गिर जाते हैं कि अपने ही धर्म का अपमान करने से भी नहीं चूकते। अगर सत्ता पाने के लिए किसी को अपने धर्म का अपमान करना पड़े, तो ऐसी सत्ता पर लानत है। बापू ने आगे कहा कि अखिलेश यादव को समझना चाहिए कि वे एक हिंदू घर में जन्मे हैं। अगर वे हिंदू हैं तो हिंदू धर्म का पालन करें और सभी हिंदू त्योहारों का आदर करें। लेकिन अगर उन्हें मुस्लिम समुदाय का समर्थन ही प्रिय है, तो खुलकर मुस्लिम धर्म स्वीकार कर लें इससे हमें कोई आपत्ति नहीं होगी।
'स्वामी प्रसाद मौर्य असुर प्रवृत्ति का व्यक्ति है'
मीडिया से बातचीत के दौरान बापू ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर भी तीखा हमला किया। देवी लक्ष्मी पर मौर्य की विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मौर्य मनुष्य के रूप में असुर है। वो मानव नहीं, मानव के रूप में असुर दिखाई देता है। सत्ता पाने की भूख में वह किसी भी सीमा तक गिर सकता है। अपने परिवार, धर्म, देश, यहाँ तक कि अपनी बेटियों का भी अपमान करने से नहीं चूकेगा अगर उसे इससे राजनीतिक लाभ मिलता हो। उन्होंने यह कहा कि जनता अब सब समझ चुकी है। ऐसे लोग सत्ता पाने का सपना देखते रह जाएंगे, लेकिन जनता अब उन्हें अपमानित करके सत्तारूढ़ राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाएगी।
माघ मेले में मुस्लिम दुकानदारों पर भी दिया बयान
प्रयागराज के माघ मेले में मुस्लिम दुकानदारों की मौजूदगी पर उठे विवाद को लेकर चिन्मयानंद बापू ने कहा कि धार्मिक आयोजनों में केवल उसी धर्म के लोगों को शामिल होने की अनुमति मिलनी चाहिए, जो उस परंपरा और उसकी पवित्रता का सम्मान करें। उन्होंने कहा मुस्लिम भाइयों के अपने उर्स और मजहबी आयोजन होते हैं। क्या किसी हिंदू ने कभी कहा कि वह वहां दुकान लगाएगा या स्टॉल लगाएगा? नहीं।
फिर हमारे धार्मिक आयोजनों में दूसरे धर्म के लोग दुकान लगाएं, यह उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई अपने धर्म और अपने नाम से व्यवसाय करता है तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होती। लेकिन जब लोग कपटपूर्वक हिंदू नाम रखकर दुकानें चलाते हैं, तो विरोध होना स्वाभाविक है। हमारे धार्मिक मेले और आयोजन हमारी संस्कृति और आस्था का प्रतीक हैं। अगर किसी को इस पवित्रता का आदर नहीं है, तो उसे वहां व्यापार करने का अधिकार भी नहीं होना चाहिए।
राजनीतिक हलचल तेज
चिन्मयानंद बापू के इन बयानों के बाद मेरठ से लेकर लखनऊ तक सियासी हलचल तेज हो गई है। बापू के समर्थक जहां उनके वक्तव्य को हिंदू समाज की भावनाओं का प्रतिनिधित्व बता रहे हैं, वहीं विपक्षी दलों ने इसे धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिश करार दिया है। बहरहाल, बापू ने यह साफ कर दिया कि धर्म, आस्था और राष्ट्रभक्ति उनके लिए राजनीति से ऊपर है। उन्होंने कहा हम संत हैं, हमें न सत्ता चाहिए न सिंहासन। लेकिन जब धर्म पर चोट की जाती है, तो मौन रहना भी पाप है।
You may also like

सरेंडर के बीच बीजापुर में नक्सलियों की कायराना हरकत, दो ग्रामीणों की हत्या कर फरार हुए, इलाके में दहशत

जन्मकुंडली का आठवां भाव : जहां संकट बनता है सफलता की सीढ़ी, अमिताभ की कुंडली बड़ा उदाहरण

सैलून में काम करने वाला युवक बना हैवान, कॉलेज की छात्रा पर चाकू से किए वार... हिला कर रख देगी हिमाचल की ये खबर

दो महिला खिलाड़ियों के साथ छेड़छाड़, आरोपित गिरफ्तार

राजस्थान में संगठित अपराध पर जीरो टॉलरेंस: डीजीपी राजीव शर्मा की हाईलेवल बैठक में बड़े निर्देश जारी




