ऊना : हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के पलाकवाह गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक तेंदुआ अचानक खेतों में घुस आया। तेंदुए ने अचानक से काम कर रहे ग्रामीणों पर हमला कर दिया। हमले में तीन लोग घायल हुए हैं, जिनमें से एक व्यक्ति की आंख में गंभीर चोट आई है, जबकि दो अन्य को मामूली चोटें आई हैं। घटना के बाद घबराए ग्रामीणों ने पत्थर और लाठियों से तेंदुए को भगाने का प्रयास किया, लेकिन वह पास के एक घर में भाग गया और वहां साइकिल और लोहे की सीढ़ी के पीछे छिप गया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ग्रामीण लाठियों और कृषि औजारों से लैस होकर तेंदुए को भगाने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा है कि तेंदुआ पास के जंगल से भटककर गांव के खेतों में पहुंच गया था।
खेतों के बीच झाड़ियों में छिपा हुआ था तेंदुआ
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेंदुआ खेतों के बीच झाड़ियों में छिपा हुआ था। जब कुछ ग्रामीण उसकी गरज सुनकर वहां पहुंचे तो तेंदुए ने अचानक झपट्टा मारा। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। टीम ने तेंदुए के छिपे हुए घर में पीछे के रास्ते से प्रवेश किया और ट्रैंक्विलाइज़र डार्ट (बेहोशी का इंजेक्शन) का इस्तेमाल कर उसे काबू में किया। तेंदुए के बेहोश होने के बाद उसे पिंजरे में बंद कर वन विभाग के वन्यजीव उपचार केंद्र ले जाया गया, जहां उसकी चिकित्सकीय जांच की जा रही है।
लोगों ने क्या बताया
इस घटना के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाल के महीनों में तेंदुओं की गतिविधियां बढ़ी हैं और वन विभाग को गांवों के आसपास गश्त बढ़ानी चाहिए। वहीं सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर व्यापक बहस छिड़ गई है। लोगों ने सवाल उठाए हैं कि वन्यजीवों के मानव बस्तियों में घुसने की घटनाएं लगातार क्यों बढ़ रही हैं और सुरक्षा के लिए कौन से कदम उठाए जा रहे हैं। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि ऐसे मामलों में घबराने के बजाय विभाग को तुरंत सूचना दें ताकि जानवरों को सुरक्षित तरीके से उनके प्राकृतिक आवास में वापस भेजा जा सके।
खेतों के बीच झाड़ियों में छिपा हुआ था तेंदुआ
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेंदुआ खेतों के बीच झाड़ियों में छिपा हुआ था। जब कुछ ग्रामीण उसकी गरज सुनकर वहां पहुंचे तो तेंदुए ने अचानक झपट्टा मारा। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। टीम ने तेंदुए के छिपे हुए घर में पीछे के रास्ते से प्रवेश किया और ट्रैंक्विलाइज़र डार्ट (बेहोशी का इंजेक्शन) का इस्तेमाल कर उसे काबू में किया। तेंदुए के बेहोश होने के बाद उसे पिंजरे में बंद कर वन विभाग के वन्यजीव उपचार केंद्र ले जाया गया, जहां उसकी चिकित्सकीय जांच की जा रही है।
खेत में छिपे तेंदुए ने अचानक कर दिया अटैक, गांव वालों ने लाठियों से पीटा तो भागा, देखें हिमाचल का ये वीडियो pic.twitter.com/tzKpOCT5UJ
— Rahul (@rahuljuly14) October 22, 2025
लोगों ने क्या बताया
इस घटना के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाल के महीनों में तेंदुओं की गतिविधियां बढ़ी हैं और वन विभाग को गांवों के आसपास गश्त बढ़ानी चाहिए। वहीं सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर व्यापक बहस छिड़ गई है। लोगों ने सवाल उठाए हैं कि वन्यजीवों के मानव बस्तियों में घुसने की घटनाएं लगातार क्यों बढ़ रही हैं और सुरक्षा के लिए कौन से कदम उठाए जा रहे हैं। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि ऐसे मामलों में घबराने के बजाय विभाग को तुरंत सूचना दें ताकि जानवरों को सुरक्षित तरीके से उनके प्राकृतिक आवास में वापस भेजा जा सके।
You may also like
छठ पर्व को लेकर उपायुक्त ने किया छठ घाटों का निरीक्षण, दिये कई निर्देश
पीकेएल 12: तेलुगू टाइटंस को 45-34 से हराकर हरियाणा स्टीलर्स ने प्लेऑफ की राह आसान की
असम राइफल्स ने उल्फा-एनएससीएन के कई हमले किए नाकाम, उत्तर पूर्व शांति की ओर अग्रसर
जम्मू-कश्मीर में सभी 4 राज्यसभा सीटें जीतेगी नेशनल कॉन्फ्रेंस: उमर अब्दुल्ला
पंचकूला में जुआ और शराब के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई