काबुल: अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने पाकिस्तान पर करारा हमला बोला है। उन्होंने पाकिस्तान के झूठे आरोपों और कमजोर खुफिया तंत्र को तगड़ी चुनौती दी है। दरअसल पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि आसिफ दु्र्रानी ने एक इंटरव्यू में दावा किया था कि अमरुल्लाह सालेह का परिवार भारत में रह रहा है। सालेह ने इस दावे को पूरी तरह मनगढ़ंत और हास्यास्पद बताते हुए चुनौती दी है, कि पाकिस्तान की समस्या उसकी अपनी नाकामी और गफलत में है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि "अगर पाकिस्तान जागरूक और सतर्क होता, तो आज उसकी स्थिति इतनी खराब न होती।" सालेह ने दु्र्रानी को खुली चुनौती दी कि "अगर वे उनके किसी भी रिश्तेदार, गांव के व्यक्ति, सहकर्मी या यहां तक कि किसी दूर के पंजशिरी संबंधी के बारे में साबित कर दें कि वो भारत में रह रहा है तो वे उन्हें इनाम देंगे।"
पाकिस्तान पर बरसे अमरुल्लाह सालेह
अमरुल्लाह सालेह ने कहा कि "मुझे नहीं पता कि अमेरिकियों ने एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन का पता लगाने के लिए डॉ. अफरीदी को कितनी रकम दी थी, एक रकम बताएं और मुझे बताएं। खैर, सच तो यह है कि दुर्रानी का बयान पूरी तरह से निराधार है। यह निराधार दावा मुझे 1995 या 1996 की एक अनकही कहानी की याद दिलाता है, जब राष्ट्रीय नायक और शहीद अहमद शाह मसूद ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरदार आसिफ अहमद खान दुल्ला से मुलाकात की थी। मंत्री ने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद प्रोफेसर बुरहानुद्दीन रब्बानी की मुजाहिदीन सरकार का विरोध इसलिए कर रहा है क्योंकि बगराम एयरबेस पर भारतीय सलाहकार और सैन्यकर्मी तैनात हैं। शहीद अहमद शाह मसूद ने साफ किया कि यह दावा झूठा है, लेकिन मंत्री सरदार आसिफ अड़े रहे और उन्होंने जोर देकर कहा कि आईएसआई की खुफिया जानकारी सटीक है और उसे मुजाहिदीन की गहरी जानकारी है।"
सालेह ने आगे लिखा है कि "बैठक का अंत सुखद नहीं रहा। मंत्री सरदार आसिफ के अनुरोध पर, मसूद के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होकर उनकी एक तस्वीर ली जानी थी। वहां मौजूद एक आईएसआई अधिकारी को इस पल को कैद करने का काम सौंपा गया था। कई बार शटर दबाने के बाद, उसे एहसास हुआ कि उसके कैमरे में फिल्म ही नहीं है। अपनी चिरपरिचित मुस्कान के साथ, राष्ट्रीय नायक सरदार आसिफ की ओर मुड़े और बोले: "आप अपनी खुफिया जानकारी के लिए इन लोगों पर भरोसा करते हैं, ऐसे लोग जिन्हें यह भी नहीं पता कि उनके अपने कैमरे में क्या है, बगराम एयरबेस के अंदर की तो बात ही छोड़ दीजिए।"
सालेह ने कहा कि "भारत एक बेहद सम्मानित देश है, महान, गहरा और अटल, जिसके साथ मैंने सौहार्दपूर्ण व्यावसायिक और राजनीतिक संबंध बनाए रखे हैं। लेकिन मेरे परिवार के बारे में दुर्रानी का दावा बिल्कुल निराधार है।" उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान के आरोप "न सिर्फ बेबुनियाद हैं, बल्कि जानबूझकर झूठ फैलाने की कोशिश" हैं। सालेह ने कहा, "पाकिस्तान अपनी हर नाकामी का दोष दूसरों पर डालने की आदत से बाहर नहीं आ पा रहा। उसे दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने हालात पर नजर डालनी चाहिए।"
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि "अगर पाकिस्तान जागरूक और सतर्क होता, तो आज उसकी स्थिति इतनी खराब न होती।" सालेह ने दु्र्रानी को खुली चुनौती दी कि "अगर वे उनके किसी भी रिश्तेदार, गांव के व्यक्ति, सहकर्मी या यहां तक कि किसी दूर के पंजशिरी संबंधी के बारे में साबित कर दें कि वो भारत में रह रहा है तो वे उन्हें इनाम देंगे।"
पाकिस्तान पर बरसे अमरुल्लाह सालेह
अमरुल्लाह सालेह ने कहा कि "मुझे नहीं पता कि अमेरिकियों ने एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन का पता लगाने के लिए डॉ. अफरीदी को कितनी रकम दी थी, एक रकम बताएं और मुझे बताएं। खैर, सच तो यह है कि दुर्रानी का बयान पूरी तरह से निराधार है। यह निराधार दावा मुझे 1995 या 1996 की एक अनकही कहानी की याद दिलाता है, जब राष्ट्रीय नायक और शहीद अहमद शाह मसूद ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरदार आसिफ अहमद खान दुल्ला से मुलाकात की थी। मंत्री ने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद प्रोफेसर बुरहानुद्दीन रब्बानी की मुजाहिदीन सरकार का विरोध इसलिए कर रहा है क्योंकि बगराम एयरबेस पर भारतीय सलाहकार और सैन्यकर्मी तैनात हैं। शहीद अहमद शाह मसूद ने साफ किया कि यह दावा झूठा है, लेकिन मंत्री सरदार आसिफ अड़े रहे और उन्होंने जोर देकर कहा कि आईएसआई की खुफिया जानकारी सटीक है और उसे मुजाहिदीन की गहरी जानकारी है।"
सालेह ने आगे लिखा है कि "बैठक का अंत सुखद नहीं रहा। मंत्री सरदार आसिफ के अनुरोध पर, मसूद के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होकर उनकी एक तस्वीर ली जानी थी। वहां मौजूद एक आईएसआई अधिकारी को इस पल को कैद करने का काम सौंपा गया था। कई बार शटर दबाने के बाद, उसे एहसास हुआ कि उसके कैमरे में फिल्म ही नहीं है। अपनी चिरपरिचित मुस्कान के साथ, राष्ट्रीय नायक सरदार आसिफ की ओर मुड़े और बोले: "आप अपनी खुफिया जानकारी के लिए इन लोगों पर भरोसा करते हैं, ऐसे लोग जिन्हें यह भी नहीं पता कि उनके अपने कैमरे में क्या है, बगराम एयरबेस के अंदर की तो बात ही छोड़ दीजिए।"
هیهات پاکستان - اگر هوشیار و بیدار بودید، وضعتان تا اینجا نمیرسید:
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) November 7, 2025
نمایندهٔ خاص پاکستان، آقای درانی، ادعا دارد که خانوادهٔ امرالله صالح در هندوستان است. به ایشان چلنج میدهم که اگر کسی از خانواده، همقریه، اقوام یا همکاران، یا به اصطلاح پنجشیریها، عمک بچههای مرا در هندوستان… pic.twitter.com/iQxCcQ2qMZ
सालेह ने कहा कि "भारत एक बेहद सम्मानित देश है, महान, गहरा और अटल, जिसके साथ मैंने सौहार्दपूर्ण व्यावसायिक और राजनीतिक संबंध बनाए रखे हैं। लेकिन मेरे परिवार के बारे में दुर्रानी का दावा बिल्कुल निराधार है।" उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान के आरोप "न सिर्फ बेबुनियाद हैं, बल्कि जानबूझकर झूठ फैलाने की कोशिश" हैं। सालेह ने कहा, "पाकिस्तान अपनी हर नाकामी का दोष दूसरों पर डालने की आदत से बाहर नहीं आ पा रहा। उसे दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने हालात पर नजर डालनी चाहिए।"
You may also like

मयना में 12 हजार महिलाओं की 'लक्ष्मी भंडार' योजना तीन माह से बंद

आपदा में टूटे पुल का विकल्प न मिलने से खड्ड से होकर आ रही टैक्सी सवारियां सहित पलटी

विदेशों में नर्सों को रोजगार दिलाने के लिए सरकार ने शुरू किया ओवरसीज रोजगार प्रोजेक्ट: राजेश धर्माणी

ये 4ˈ पत्ते रात में खाइए – सुबह तक आपका पेट, लिवर और आंतें हो जाएंगी एकदम क्लीन!﹒

बाथरूम मेंˈ बहू को टुकुर-टुकुर निहारता था, फिर एक दिन… ससुर की घिनौनी करतूत का भंडाफोड़﹒




