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असमय बारिश का कहर: बेंगलुरू और हिमाचल में जानलेवा जलप्रलय, पाँच की मृत्यु

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बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी और देश के आईटी हब कहे जाने वाले बेंगलुरु में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई। सोमवार की सुबह फिर बारिश हुई, जिससे कई निचले घरों में पानी भर गया। मौसम विभाग ने शहर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। शहर में बारिश से संबंधित विभिन्न घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई है। सोमवार को सुबह 8.30 बजे तक बेंगलुरु शहर में 105.5 मिमी बारिश हुई थी। रविवार को भी भारी बारिश हुई। लगातार दो दिनों की बारिश के कारण बेंगलुरू में बाढ़ आ गई। शहर घंटों तक जलमग्न रहा। भारी बारिश के कारण शहर की सड़कों पर कमर तक पानी भर गया, जिससे कई वाहन फंस गए और भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई। मौसम विभाग ने कहा है कि 22 मई को मौसम में बदलाव होने की संभावना है और कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा। जिसके कारण कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में भारी बारिश होगी। भारी बारिश के साथ आंधी-तूफान के कारण बाढ़ का भी खतरा है।

बेंगलुरु में कई जगहों पर जलभराव के कारण आईटी समेत अन्य कंपनियों के कर्मचारियों और अन्य स्टाफ को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति के बीच, भाजपा सांसद पीसी मोहन ने कंपनियों से घर से काम करने की नीति अपनाने और स्थिति में सुधार होने तक कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देने का आग्रह किया है। विभिन्न इमारतों के बेसमेंट में भी भारी बाढ़ आ गई है, जिससे उन्हें बाहर निकालने की कोशिश करते समय दो लोगों की बिजली गिरने से मौत हो गई। जिसके कारण दोनों की मौत हो गई। मृतकों में से एक की उम्र 63 वर्ष है जबकि दूसरे की उम्र 12 वर्ष है। एक आईटी कंपनी की दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई। बेंगलुरू में भारी बारिश के कारण उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुए। इस बीच, नागरिकों को भी बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा। विभिन्न स्थानों पर बाढ़ के कारण कई लोगों के फंसे होने की खबरें हैं। लोगों को बचाने के लिए राहत एवं बचाव दल तैनात किए गए हैं।

उधर, उत्तराखंड के चमोली में भी भारी बारिश हुई। भारी बारिश का असर बद्रीनाथ मार्ग पर भी देखा गया और सड़क पुल पर वाहनों की आवाजाही घंटों तक ठप रही। इस भारी बारिश के कारण कई वाहन पानी के साथ आए कीचड़ में फंस गए। कुछ बाजार भी बंद रहे। हालांकि, बाद में बद्रीनाथ मार्ग को खोल दिया गया और यातायात सुचारू हो गया। वर्तमान में चारधाम यात्रा चल रही है, इसलिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आ रहे हैं। उत्तराखंड के चमोली जिले के अलावा जोशीमठ और औली भी बारिश की आपदा से प्रभावित हुए। भारी बारिश के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित हुई।

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