Newsindia live,Digital Desk: Cricket : वैभव सूर्यवंशी भारतीय घरेलू क्रिकेट के उभरते हुए सितारे हैं उनसे जुड़ी एक कहानी संजू सैमसन ने साझा की है संजू सैमसन ने बताया कि एक बार उन्होंने वैभव को एक स्थानीय उन्नीस साल से कम आयु वर्ग के क्रिकेट टूर्नामेंट में खेलते देखा था उस मैच में वैभव ने लगभग तीस गेंदों का सामना करते हुए केवल चौदह रन बनाए थे उस वक्त संजू को लगा कि यह छोटा सा खिलाड़ी महज किस्मत के भरोसे क्षेत्रीय टीम में चुना गया है संजू के मन में विचार आया था कि यह लड़का बस भाग्यशाली हैहालांकि बाद में जब वैभव ने केरल की टीम के खिलाफ एक मैच खेला तो उन्होंने एक बहुत शानदार शतक बनाकर सबको प्रभावित कर दिया संजू सैमसन ने खुद यह स्वीकार किया कि वैभव ने उन्हें पूरी तरह गलत साबित कर दिया अब संजू को उनकी अद्भुत प्रतिभा पर पूरा विश्वास है संजू सैमसन ने कहा कि वैभव सूर्यवंशी की आयु बहुत कम है लेकिन उसके अंदर जो मानसिक दृढ़ता और अनुशासन है वह बेहद प्रभावशाली है वह जानता है कि खेल की स्थिति को कैसे समझना है संजू ने वैभव के खेल को देखकर उनकी तारीफ की और बताया कि उसके पास खेल को समझने की अद्भुत क्षमता और धैर्य भी हैकुछ ही समय पहले वैभव सूर्यवंशी ने रणजी ट्रॉफी में अपना पहला मैच खेला जिससे उन्होंने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया उस समय उनकी आयु लगभग बारह साल और दो सौ चौरासी दिन थी वह भारत में प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने वाले सबसे कम आयु के खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं उन्होंने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है वैभव सूर्यवंशी बिहार से संबंध रखने वाले एक बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं जो अब भारतीय क्रिकेट में अपनी पहचान बना रहे हैं उनकी कहानी कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित कर रही है संजू सैमसन जैसे अनुभवी क्रिकेटर का ऐसे युवा खिलाड़ी की खुले दिल से प्रशंसा करना यह दर्शाता है कि वैभव में भविष्य का चमकता सितारा बनने की प्रबल क्षमता है
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