भारत ने चीनी मीडिया की आलोचना की: चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बारे में गलत जानकारी फैलाने के लिए कड़ी आलोचना की गई है। ग्लोबल टाइम्स ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें दावा किया गया कि भारत ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की और तीन भारतीय विमानों को मार गिराया। हालांकि, भारत सरकार ने इस दावे को झूठा करार देते हुए कहा, “भ्रामक जानकारी न फैलाएं और अपने स्रोतों की जांच करें।” इस रिपोर्ट के साथ ही ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय विमान दुर्घटना की पुरानी तस्वीरें प्रकाशित करके जनता को गुमराह किया।
दूतावास ने फटकार लगाई
भारतीय दूतावास ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘ग्लोबल टाइम्स, हम आपको सलाह देंगे कि ऐसी गलत जानकारी फैलाने से पहले अपने तथ्यों को सत्यापित करें और अपने स्रोतों को क्रॉस-चेक करें। विभिन्न पाकिस्तान समर्थक हैंडल ऑपरेशन सिंदूर के मुद्दे पर झूठे, निराधार दावे करके जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। जब मीडिया संस्थान स्रोतों की पुष्टि किए बिना इस प्रकार की जानकारी साझा करते हैं, तो यह पत्रकारिता की जिम्मेदारी और नैतिकता में गंभीर चूक को दर्शाता है।’
राजस्थान-पंजाब में दुर्घटनाग्रस्त विमानों की तस्वीरें जारी
सरकार ने बताया कि केंद्र की तथ्य-जांच एजेंसी पीआईबी फैक्ट चेक ने पाया है कि दुर्घटनाग्रस्त विमान की विभिन्न पुरानी तस्वीरों का इस्तेमाल ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में किया जा रहा है। जिसकी मदद से झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं। यह छवि भारतीय वायु सेना (IAF) के मिग-29 लड़ाकू जेट से जुड़ी एक घटना की है, जो 1 सितंबर, 2024 को राजस्थान में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जबकि दूसरी छवि IAF मिग-21 लड़ाकू जेट की है, जो 2021 में पंजाब में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
पहलगाम घटना की ओर ध्यान आकृष्ट
भारत ने चीन की सरकारी मीडिया का ध्यान 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किये गए क्रूर हमले की ओर आकर्षित किया, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी। भारतीय दूतावास ने कहा, ‘इस घटना के तथ्यों पर विचार करें। 22 अप्रैल, 2025 को लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी और पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों ने भारत के जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में भारतीय पर्यटकों पर क्रूर आतंकवादी हमला किया, जिसमें 26 लोग मारे गए। यह 26 नवम्बर 2008 को मुंबई में हुए हमलों के बाद सबसे क्रूर आतंकवादी हमला था।
एक पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह ने इसकी जिम्मेदारी ली।
द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) नामक एक आतंकवादी समूह ने पहलगाम आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली है। यह समूह संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित है। भारत ने मई और नवंबर 2024 में संयुक्त राष्ट्र 1267 प्रतिबंध समिति निगरानी दल को अपनी अर्ध-वार्षिक रिपोर्ट में टीआरएफ के बारे में सूचित किया था, जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों के लिए कवर के रूप में इसकी भूमिका का खुलासा किया गया था।
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