नई दिल्ली: भारत में सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि परंपरा, भावना और निवेश का प्रतीक है। शादी हो या त्योहार, हर खास मौके पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। लेकिन अगर आपका सोना चोरी हो जाए या गुम हो जाए तो? ऐसे में गोल्ड इंश्योरेंस एक सुरक्षित विकल्प है।
💠 गोल्ड इंश्योरेंस क्या है?गोल्ड इंश्योरेंस एक ऐसी पॉलिसी है जो आपके सोने को चोरी, नुकसान या गुम हो जाने की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा देती है। जैसे आप अपनी कार या हेल्थ का बीमा कराते हैं, वैसे ही अब सोने का भी बीमा किया जा सकता है।
यह बीमा दो तरह से लिया जा सकता है:
- ज्वेलरी शॉप से: कुछ ब्रांड सीधे खरीदारी के समय इंश्योरेंस की सुविधा देते हैं।
- बीमा कंपनियों से: जैसे ICICI Lombard, HDFC Ergo, Tata AIG आदि।
आपको इसके लिए एक प्रीमियम देना होगा, जो आपके सोने की कीमत और वजन पर निर्भर करता है।
✔️ गोल्ड इंश्योरेंस के फायदे- 🔒 चोरी और नुकसान से सुरक्षा
- 💰 महंगे बाजार में फाइनेंशियल सिक्योरिटी
- 🛠️ कस्टमाइज्ड पॉलिसी ऑप्शन
- 🧘♂️ मानसिक शांति और निश्चिंतता
यदि आपका सोना चोरी हो जाए या गुम हो जाए, तो इस तरह से क्लेम कर सकते हैं:
1. बिल जरूरी हैखरीदते समय बिल जरूर लें। बिल में:
- सोने की मात्रा
- कीमत
- खरीद की तारीख
स्पष्ट रूप से लिखी होनी चाहिए।
सोना खरीदने के बाद अच्छी गुणवत्ता की फोटो खींचकर सुरक्षित रखें।
3. पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराएंचोरी की स्थिति में तुरंत एफआईआर दर्ज कराएं। यह क्लेम के लिए जरूरी है।
4. बीमा कंपनी में दस्तावेज जमा करेंइन दस्तावेजों की जरूरत होगी:
- ओरिजिनल बिल
- ज्वेलरी की फोटो
- पुलिस एफआईआर
- पॉलिसी पेपर
बीमा कंपनी आपके दावों की जांच करेगी। पुष्टि होने पर आपकी राशि सीधे खाते में भेजी जाती है।
गोल्ड इंश्योरेंस आज के समय की ज़रूरत बन चुका है। जैसे ही आप सोना खरीदें, उसकी सुरक्षा के लिए इंश्योरेंस जरूर करवाएं। और अगर कभी ज़रूरत पड़े, तो ऊपर दिए गए स्टेप्स फॉलो करके आसानी से क्लेम करें।
You may also like
13 मई से 4 राशियों को मिलेगी हर दुख से आजादी, माँ लक्ष्मी पधार रही इनके घर
यह है भारत का ऐसा मंदिर जहां प्रसाद के रुप में चढ़ाते हैं 'चॉकलेट',जरूर जाने
सफेद धुएं के बीच दूल्हा-दुल्हन की हुई रॉयल एंट्री, पास में खड़ी बच्ची की सिकुड़ने लगी नसें, स्मोक से मौत….
Navya Naveli Nanda: बॉलीवुड में नहीं, बनना चाहती हैं एक सफल उद्यमी
आज का वृषभ राशिफल, 13 मई 2025 : कार्यक्षेत्र पर विवाद से रहें दूर, नारायण कवच का करें पाठ