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झमाझम पड़ती बारिश में भी राष्ट्रगान गाते रहे Rahul Gandhi, सोशल मीडिया पर ताबड़तोड़ वायरल हो रहा कांग्रेस मुख्यालय का वीडियो

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स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता राहुल गांधी मौजूद रहे।इस दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई, लेकिन राहुल गांधी बारिश में भी राष्ट्रगान गाते रहे।बारिश के बावजूद राहुल गांधी राष्ट्रगान गाने की मुद्रा में खड़े रहे। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह तिरंगे के सामने खड़े होकर राष्ट्रगान गाते नजर आ रहे हैं।

इससे पहले, राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से प्राप्त यह आज़ादी, एक ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प है - जहाँ सत्य और समानता की नींव पर न्याय हो और हर दिल में सम्मान और भाईचारा हो। इस अनमोल विरासत के गौरव और सम्मान की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है।"


'गुलामी की जंजीरों में जकड़ा भारत...' कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "आज कांग्रेस पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि हम अपने नए स्थायी मुख्यालय में स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। 15 अगस्त 1947 को हमें जो आज़ादी मिली, उसमें हमारी पार्टी की भूमिका पूरी दुनिया जानती है। स्वतंत्रता संग्राम की कहानी हमारी पार्टी की कहानी है।" इस अवसर पर, मैं स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान देने वाले और बलिदान देने वाले सभी महानुभावों को नमन करता हूँ और उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।

उन्होंने आगे कहा कि आज़ादी के बाद, ढाई साल के अथक परिश्रम के बाद, हमने भारत को उसका संविधान दिया, जिसकी तुलना शायद दुनिया के किसी भी अन्य संवैधानिक दस्तावेज़ से नहीं की जा सकती। आज़ादी के बाद के 8 दशकों के लंबे सफ़र में, कांग्रेस पार्टी की सरकारों और हमारे दूरदर्शी नेताओं ने एक मज़बूत भारत की नींव रखी।

खड़गे ने पोस्ट में लिखा, "सैकड़ों वर्षों से गुलामी की बेड़ियों में जकड़े भारत को सही मायने में स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़े-बड़े इस्पात कारखाने लगाए गए। खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़े-बड़े बाँध बनाए गए - नहरों का जाल बिछाया गया। विश्वस्तरीय इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज बनाए गए। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की स्थापना की गई।"उन्होंने आगे कहा कि हमने तेज़ी से प्रगति की और बहुत जल्द ही हमारा नाम दुनिया की बड़ी शक्तियों में गिना जाने लगा। 2004 के बाद, हम सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बनकर उभरे।

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