रायगढ़ 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में आयाेजित चक्रधर समारोह के चौथे दिन शनिवार की देर शाम कार्यक्रम का शुभारंभ रायपुर से आई ओडिशी कलाकार शिवली देवता ने ओडिशी की मनमोहक प्रस्तुति से की। शिवली एक निपुण ओडिसी नृत्यांगना है।
ओडिशी नृत्य की उत्पत्ति उड़ीसा के मंदिरों से हुई है और यह नृत्य अपनी लयबद्ध गतियां, जटिल पद चालन तथा मंदिरों में उकेरी हुई मूर्तियों की मुद्राओं के लिए जाना जाता है। शिवली अपनी कोमल मुद्राओं भावपूर्ण अभिनय तथा तालबद्ध निपुणता के माध्यम से भारतीय महाकाव्यों की कालजयी कथाओं को जीवंत कर देती है। शिवली अपनी नृत्य प्रस्तुति को एक आध्यात्मिक अर्पण के रूप में लेती है जो हमारे पुरातन परंपरा को वर्तमान से जोड़ती है। रायपुर से आई प्रसिद्ध नर्तक,कलाकार शिवली देवता द्वारा अपनी प्रस्तुति में पुरी के जगन्नाथ स्वामी पर आधारित मनमोहक प्रस्तुति दी गई। उन्होंने अपनी कलाओं के माध्यम से भावभंगिमाओं के साथ लयबद्ध तरीके से मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए। सुश्री शिवली को विभिन्न प्रतिष्ठित मंचों पर उनकी प्रस्तुति के लिए सम्मानित किया गया है।
—————
(Udaipur Kiran) / रघुवीर प्रधान
You may also like
ब्रेन स्ट्रोक के मरीज़ों के लिए क्या होता है गोल्डन पीरियड
BJP's Allegation On Pawan Khera : पवन खेड़ा के पास दो वोटर आईडी कार्ड, बीजेपी ने लगाया आरोप, कांग्रेस और राहुल गांधी को घेरा
विमेंस वर्ल्ड कप में प्राइज मनी बढ़ने से युवा क्रिकेटर्स को प्रोत्साहन मिलेगा : झूलन गोस्वामी
Retirement Alert: एशिया कप से पहले लगा पाकिस्तान को तगड़ा झटका, आसिफ अली ने किया संन्यास का ऐलान
बाड़मेर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई: प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई, ग्रामीणों ने जताई भविष्य की चेतावनी