धमतरी, 3 मई . जिले के शासकीय अस्पतालों में संचालित आयुष्मान कार्ड पंजीयन केंद्र में कार्ड बनाने का काम एक मई से बंद हो गया है. जिसकी वजह से आम नागरिकों को कार्ड पंजीयन, राशि बढ़वाने, एपीएल से बीपीएल कार्ड बनाने सहित अन्य काम करवाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जिला अस्पताल में संचालित आयुष्मान कार्ड पंजीयन केंद्र गुरुवार से बंद है. जिसकी वजह से यहां आयुष्मान कार्ड और वय वंदन योजना कार्ड का पंजीयन नहीं हो पा रहा है. केंद्र बंद होने हितग्राहियों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. यहां निश्शुल्क में कार्ड पंजीयन होने से रोजाना 25 से अधिक लोग कार्ड पंजीयन करवाने आते है. केंद्र बंद होने की जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए शनिवार को केंद्र खोला गया. जहां 10 से अधिक लोग कार्ड पंजीयन के लिए पहुंचे थे लेकिन सर्वर में समस्या की वजह से कार्ड पंजीयन नहीं हो पाया.
सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार, आयुष्मान कार्ड बनाने वाली कंपनी एफएचपीएल प्राइवेट लिमिटेड का टेंडर 30 अप्रैल को समाप्त हो गया है. इसके बाद से शासकीय अस्पतालों में संचालित आयुष्मान कार्ड पंजीयन केंद्र में कार्यरत पीएम आरोग्य मित्र (स्वास्थ्य मितान) द्वारा कार्ड पंजीयन का काम बंद कर दिया गया है. जिले में 15 स्वास्थ्य मितान कार्यरत थे. ये लोग आयुष्मान भारत योजना के संचालन में सहयोग करते है. इन स्वास्थ्य मितानों को विगत तीन माह फरवरी, मार्च और अप्रैल का वेतन नहीं मिला है. संचालक स्वास्थ्य सेवाएं सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र भेजकर टेंडर समाप्त होने की जानकारी, तीन माह का वेतन नहीं मिलने और इनके सेवा विस्तार के लिए मार्गदर्शन मांगा गया है. आयुष्मान भारत योजना के तहत बीपीएल कार्डधारी परिवारों को हर साल, प्रति परिवार पांच लाख रूपये निशुल्क उपचार की सुविधा मिल रही है. वहीं एपीएल कार्डधारियों को 50 हजार तक निशुल्क उपचार की सुविधा मिल रही है.
—————
/ रोशन सिन्हा
You may also like
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव से ईरान क्यों है बेचैन?
कमिंस की क़हर बरपाती गेंदबाज़ी पर फिरा पानी, हैदराबाद की आईपीएल ट्रॉफ़ी की उम्मीद टूटी
Rajasthan: राजस्थान के ढाई लाख से ज्यादा परिवारों को मिलने वाली है बड़ी सौगात, सीएम भजनलाल के प्रयासों से पूरा होने वाला है ये सपना
इंटर मिलान के खिलाफ बेंच पर रहेंगे लेवांडोव्स्की,कोच हैंसी फ्लिक ने दी जानकारी
चूड़का मुर्मू… पाकिस्तान से युद्ध के गुमनाम नायक, जिन्हें आज तक नहीं मिली सरकारी मान्यता