नई दिल्ली, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को यहां के यशोभूमि में ‘सेमीकॉन इंडिया–2025’ का उद्घाटन करेंगे। वे 3 सितंबर को भी यहां सीईओ गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगे। तीन दिवसीय सम्मेलन भारत में एक मजबूत, लचीले और टिकाऊ सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाने पर केंद्रित होगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को बताया कि इसमें सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम की प्रगति, सेमीकंडक्टर फैब और उन्नत पैकेजिंग परियोजनाओं, बुनियादी ढांचे की तैयारी, स्मार्ट विनिर्माण, अनुसंधान एवं विकास तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता में नवाचार, निवेश के अवसर, राज्यस्तरीय नीति कार्यान्वयन आदि पर सत्र आयोजित किए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त इस कार्यक्रम में डिज़ाइन लिंक्ड इंसेंटिव (डीएलआई) योजना के तहत पहलों, स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के विकास, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र के भविष्य के रोडमैप पर प्रकाश डाला जाएगा। इसमें 20,750 से ज़्यादा प्रतिभागी भाग लेंगे। इनमें 48 से ज़्यादा देशों के 2,500 से ज़्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे। साथ ही, 50 से ज़्यादा वैश्विक नेताओं सहित 150 से ज़्यादा वक्ता और 350 से ज़्यादा प्रदर्शक भी शामिल होंगे। इसमें 6 देशों की गोलमेज चर्चाएं, देश-स्तरीय मंडप और कार्यबल विकास एवं स्टार्ट-अप के लिए समर्पित मंडप भी शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि दुनिया भर में आयोजित सेमीकॉन सम्मेलनों का उद्देश्य सेमीकंडक्टर क्षेत्र में तकनीकी प्रगति की पहुंच को अधिकतम करना है। इनमें विभिन्न देशों की अपने सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करने की नीतियां शामिल हैं।
भारत को सेमीकंडक्टर डिज़ाइन के केंद्र के रूप में प्रदर्शित करने के लिए 2022 में बेंगलुरु, 2023 में गांधीनगर और 2024 में ग्रेटर नोएडा में सम्मेलन आयोजित किए जा चुके हैं।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा
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