Next Story
Newszop

गाजा का दर्द: 61,000 मौतों के बाद भी इजराइल का रुख क्यों नहीं बदला?

Send Push

पिछले 18 महीनों से गाजा की धरती खून से लाल है। इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग ने इस छोटे से क्षेत्र को तबाही के कगार पर ला खड़ा किया है। गाजा सरकार के अनुसार, इजराइली सेना के हमलों में अब तक 61,000 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 1.10 लाख से ज्यादा लोग घायल हैं। इन आंकड़ों के पीछे छिपी कहानियां दिल दहला देने वाली हैं। आइए, इस त्रासदी की गहराई में उतरकर समझें कि गाजा में क्या हो रहा है और दुनिया का रवैया कैसा है।

गाजा की तबाही: एक नजर आंकड़ों पर

गाजा, जो कभी अपनी संस्कृति और जीवंतता के लिए जाना जाता था, आज मलबे का ढेर बन चुका है। इजराइली हमलों ने स्कूल, अस्पताल और घरों को निशाना बनाया है। गाजा सरकार के मुताबिक, मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं और बच्चों की है। यह आंकड़ा न केवल एक त्रासदी को दर्शाता है, बल्कि मानवता पर सवाल भी उठाता है। घायलों की संख्या 1.10 लाख से ज्यादा है, और इनमें से कई लोग बिना चिकित्सा सुविधाओं के तड़प रहे हैं। गाजा में बिजली, पानी और दवाइयों की भारी कमी है, जिसने हालात को और बदतर बना दिया है।

इजराइल-हमास जंग: हालिया हमले

शुक्रवार को गाजा में हुए ताजा हवाई हमलों ने एक बार फिर इस क्षेत्र को दहला दिया। इजराइली सेना की एयरस्ट्राइक में 90 लोग मारे गए, जिनमें कई मासूम बच्चे और महिलाएं शामिल थे। ये हमले उस समय हुए, जब लोग जुमे की नमाज के लिए इकट्ठा थे। इजराइल का कहना है कि वह हमास के ठिकानों को निशाना बना रहा है, लेकिन इन हमलों में आम नागरिकों की जान जा रही है। गाजा के लोग हर पल डर और अनिश्चितता के साये में जी रहे हैं, जहां कोई भी जगह सुरक्षित नहीं बची।

दुनिया की चुप्पी: क्या कोई बचाएगा गाजा को?

गाजा की इस त्रासदी पर दुनिया की चुप्पी हैरान करने वाली है। संयुक्त राष्ट्र और कई मानवाधिकार संगठनों ने इजराइल के हमलों की निंदा की है, लेकिन ठोस कार्रवाई का अभाव साफ दिखता है। कुछ देशों ने गाजा में मानवीय सहायता भेजने की कोशिश की, लेकिन इजराइली नाकेबंदी के कारण यह सहायता जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रही। गाजा के लोग अब यह सवाल पूछ रहे हैं कि क्या कोई उनकी आवाज सुनेगा? क्या कोई इस खूनखराबे को रोकने की हिम्मत दिखाएगा?

मानवता की पुकार: गाजा को चाहिए मदद

यह लेख लिखते समय मेरा दिल भारी है, क्योंकि गाजा की कहानी केवल आंकड़ों की नहीं, बल्कि उन मासूमों की है जो हर दिन जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। गाजा को अब सिर्फ सहानुभूति नहीं, बल्कि तत्काल मानवीय सहायता, चिकित्सा सुविधा और शांति की जरूरत है। दुनिया के नेताओं को इस त्रासदी को गंभीरता से लेना होगा और गाजा के लोगों को एक सुरक्षित भविष्य देना होगा।

आप क्या कर सकते हैं?

गाजा के लोगों की मदद के लिए आप भी छोटा-सा योगदान दे सकते हैं। मानवाधिकार संगठनों के माध्यम से दान देना, सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाना या अपने समुदाय में इस मुद्दे पर चर्चा शुरू करना एक शुरुआत हो सकती है। गाजा की आवाज को बुलंद करने में हर कदम मायने रखता है।

Loving Newspoint? Download the app now