Mulethi Health Benefits : सर्दी-खांसी के मौसम में अक्सर दादी-नानी मुलेठी चूसने की सलाह देती थीं। स्वाद में हल्की मिठास लिए यह जड़ सिर्फ़ खांसी थामने तक सीमित नहीं, बल्कि आयुर्वेद में इसे कई रोगों की प्राकृतिक औषधि माना गया है।
अगर आप इसे रोज़ाना थोड़ी मात्रा में चबाने की आदत बना लें, तो शरीर को कई तरह के लाभ मिल सकते हैं।
मुलेठी क्या है और क्यों है खास?
आयुर्वेदिक ग्रंथों में मुलेठी को यष्टिमधु के नाम से जाना जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर को इंफेक्शन से बचाने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं।
यही कारण है कि इसे मौसम बदलने, गले की दिक्कत या एलर्जी होने पर लेने की सलाह दी जाती है।
गले की खराश और खांसी में राहत
मुलेठी में प्राकृतिक ब्रॉन्कोडायलेटर गुण पाए जाते हैं, जो सांस की नलियों को आराम देते हैं। कच्ची मुलेठी चूसने से खांसी में कमी महसूस होती है।
मुलेठी का पानी या काढ़ा पीने से गले की खराश और जलन में आराम मिलता है।
इम्यूनिटी को बनाती है मजबूत
मुलेठी में मौजूद कुछ तत्व शरीर में लिम्फोसाइट्स और मैक्रोफेज़ कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देते हैं। ये कोशिकाएँ शरीर को बैक्टीरिया, वायरस, एलर्जी और प्रदूषण से बचाकर बीमार होने की संभावना कम करती हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए रोज़ाना मुलेठी की हल्की चाय पीना फायदेमंद माना जाता है।
महिलाओं की हेल्थ के लिए भी कारगर
मुलेठी का सेवन महिलाओं के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। पीरियड्स के दौरान होने वाले क्रैम्प्स शांत करने में मदद कर सकती है।
मेनोपॉज़ के समय होने वाली असहजता को कम करने में सहायक होती है।
कई हेल्थ एक्सपर्ट्स PCOS और PCOD में भी सीमित मात्रा में मुलेठी लेने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह शरीर में बढ़े हुए टेस्टोस्टेरोन स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
स्किन की जलन और एक्ने में फायदेमंद
मुलेठी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण स्किन की सूजन और एलर्जी को कम करते हैं।
इसके नियमित सेवन या बाहरी उपयोग से चेहरे पर हो रहे एक्ने और लालपन में राहत मिल सकती है।
पाचन दुरुस्त करे, एसिडिटी में राहत दे
मुलेठी की जड़ चूसने से पेट की जलन, एसिड रिफ्लक्स, हार्टबर्न और अपच जैसी समस्याओं में मदद मिलती है।
2017 की एक रिपोर्ट में भी यह पाया गया कि एसिड रिफ्लक्स में नियमित रूप से मुलेठी की जड़ लेना अधिक प्रभावी था।
कैंसर से बचाव में संभावित भूमिका
कुछ शोधों के अनुसार, मुलेठी में मौजूद तत्व कुछ प्रकार के कैंसर कोशिकाओं से लड़ने की क्षमता रखते हैं। (स्रोत: नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में उल्लेखित)
दांत और मुंह की समस्याओं में फायदेमंद
- मुलेठी का पानी या जड़ चूसने से:
- दांतों में कैविटी बनने का जोखिम कम होता है
- दांत दर्द में राहत मिल सकती है
- मुंह की बदबू दूर करने में मदद मिलती है
मुलेठी का सेवन एक दिन में 1–2 ग्राम से अधिक नहीं करना चाहिए।
उच्च रक्तचाप, डायबिटीज़, या गर्भवती महिला होने पर डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करें।
मुलेठी छोटी-सी जड़ है, लेकिन इसके फायदे बड़े हैं। बीमारी से बचाव से लेकर पाचन, स्किन, इम्यूनिटी और महिलाओं की हेल्थ तक—यह एक नैचुरल हर्ब है जिसे सीमित मात्रा में अपनाया जाए तो शरीर को कई स्तरों पर लाभ देता है।
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